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मुंबई भगदड़ की घटना के बाद रेल मंत्रालय हरकत में, 150 साल पुराने रेलवे नियम बदलने का ऐलान

मुंबई

मुंबई के परेल में फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ की घटना के बाद रेल मंत्रालय हरकत में आ गया है. शनिवार को रेलमंत्री पीयूष गोयल की अगुवाई में रेलवे बोर्ड की उच्चस्तरीय बैठक हुई. इसमें कई बड़े फैसले लिए गए. रेलमंत्री ने रेलवे के 150 साल पुराने नियमों को बदलने का बड़ा ऐलान किया.

इस बैठक में आरपीएक के डीजी, जीएम, डीआरएम और पैसेंजर सेफ्टी ऑफिसर समेत पूरे रेलवे बोर्ड ने हिस्सा लिया. इसमें हिस्सा लेने के लिए महाराष्ट्र के मंत्री विनोद तावड़े भी पहुंचे. इस उच्चस्तरीय बैठक में रेलवे के 200 अधिकारियों को हेड क्वार्टर से फील्ड ड्यूटी पर तैनात करने का फैसला लिया गया, ताकि ग्राउंड ऑपरेशन्स को मजबूत किया सके और प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन में तेजी लाई जा सके.

इसके साथ ही अगले 15 महीने में मुंबई के सभी उपनगरीय ट्रेनों में मॉनिटरिंग मैकनिज्म के साथ सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे, जो पूरे भारत के समानांतर काम करेंगे. मुंबई उपनगरीय के भीड़-भाड़ वाले स्टेशनों पर अतिरिक्त एस्केलेटर लगाने को मंजूरी दी गई, जो बाद में देश के ज्यादा भीड़-भाड़ वाले स्टेशनों में भी लगाए जाएंगे. इस उच्चस्तरीय बैठक के दौरान नौकरशाही और लेटलतीफी को समाप्त करने के लिए बड़ा फैसला लिया गया और जीएम को सुरक्षा के लिए जरूरी खर्च करने का अधिकार दिया गया.

एलफिंस्टन रोड स्थित फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ की घटना के बाद रेलमंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को मुंबई की उपनगरीय रेल सेवा से संबंधित मुद्दों पर चर्चा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सिलसिलेवार बैठकें की. गोयल ने कहा कि बहु-विभागीय ऑडिट टीम एक सप्ताह के भीतर सभी उपनगरीय स्टेशनों का निरीक्षण करेगी और उन क्षेत्रों की पहचान करेगी जो चिंता के सबब हैं.

इस बैठक में मौजूद एक अधिकारी ने बताया कि गोयल ने फुट ओवरब्रिज के चल रहे काम को युद्धस्तर पर पूरा करने का निर्देश भी दिया. इसी बीच मुंबई से प्राप्त समाचार के अनुसार मध्य मुंबई के एलफिन्स्टन रोड स्टेशन के रेलवे फुटओवर ब्रिज पर मची भगदड़ की जांच के क्रम में पुलिस सीसीटीवी फुटेज और लोगों द्वारा बनाये गये वीडियो क्लिप को खंगाल रही है.

केईएम अस्पताल में गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति की मौत के साथ ही यहां दो रेलवे स्टेशनों को जोड़ने वाले एक फुट ओवर ब्रिज पर भगदड़ में मरने वालों की संख्या 23 हो गई है. अस्पताल के डीन अविनाश सूपे ने बताया कि मृतक की पहचान सत्येंद्र कुमार कनौजिया के तौर पर हुई है. उनकी उम्र 40-45 के बीच थी. डीन ने बताया, “अस्पताल में भर्ती कराए जाने के तुरंत बाद मरीज को वेंटिलेटर पर रखा गया था. हमने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन अंदरूनी चोटों की वजह से उनकी मौत हो गई.” उन्होंने कहा कि शव को औपचारिक प्रक्रिया के बाद परिजन के हवाले किया जाएगा. सूपे ने बताया कि अस्पताल में 38 घायल लोगों को भर्ती कराया गया था.

आपको बता दें कि एलफिन्सटन रोड और परेल उपनगर स्टेशनों को जोड़ने वाले ओवरब्रिज पर शुक्रवार सुबह 10 बजकर 40 मिनट पर हादसा हुआ था. भारी बारिश के कारण वहां पर लोगों की काफी भीड़ जमा हो गई थी.

उन्होंने कहा, रेल मंत्री ने सभी उपनगरीय स्टेशनों के प्रवेश एवं निकास द्वारों को बेहतर बनाने के लिये सभी अधिकारियों को एक स्पष्ट योजना की रूपरेखा तैयार करने के लिए कहा है। एलफिन्सटन रोड पर स्थित फुटओवर ब्रिज पर शुक्रवार को हुई भगदड़ में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई थी और 30 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

मुंबईवासियों ने निकाला कैंडल मार्च

छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर इस बार त्यौहार से पूर्व होने वाली रोशनी की जगमगाहट नजर नहीं आ रही है क्योंकि रेलवे कर्मचारी दशहरा त्यौहार का जश्न नहीं मनाते हुए एलफिंस्टन रोड पर हुए हादसे के शोक में शामिल हो रहे हैं. कल देर रात मुंबईवासियों ने एलफिंस्टन रेलवे पुल पर एक कैंडल मार्च निकाला और मृत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की. पश्चिमी रेलवे के मुख्य प्रवक्ता रविन्द्र भाकर ने कहा ‘‘हां यह सच है कि कल हुए दुखद हादसे के बाद आज रेलवे अधिकारी, कर्मचारी और श्रमिक दशहरा नहीं मना रहे है.’’

उन्होंने कहा ‘‘हमारे सभी अधिकारी और कर्मचारी इस हादसे के कारण दुखी है और उन्होंने स्वाभाविक रूप से दशहरा नहीं मनाने का निर्णय किया है. इस भगदड़ में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गयी और 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए. यह हादसा कल परेल और एलफिंस्टन स्टेशन रोड़ को जोड़ने वाले एक संकरे फुट ओवर ब्रिज पर हुआ था. मध्य रेलवे के मुख्य प्रवक्ता सुनील उदासी ने कहा कि मध्य रेलवे के कर्मचारी भी आज दशहरा त्यौहार नहीं मना रहे है. उन्होंने कहा ‘‘इस दर्दनाक हादसे के कारण रेलवे कर्मचारियों और अधिकारियों ने दशहरा नहीं मनाने का निर्णय लिया.’’

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