एक हजार-पांच सौ के नोट बंद कर दिए जाने से जनता को हो रही परेशानियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पहुंच रही हैं। विपक्ष के हल्ले के साथ सुप्रीम कोर्ट की तल्ख टिप्पणी का भी उन पर कुछ न कुछ असर होता नजर आ रहा है। यही वजह है कि उन्होंने आगरा रैली में जोर देकर रहा कि हम लकीर के फकीर नहीं है, लचीला रुख अपनाए हुए हैं। उन्होंने साफ संकेत दिए कि जल्द ही कुछ रियायत दी जा सकती है।
आठ नवंबर को प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संदेश में नोटबंदी का एलान किया था। तब शायद सरकार को भी अहसास नहीं था कि एक हजार, पांच सौ के नोट अचानक बंद कर दिए जाने से जनता को कितनी और कैसी-कैसी तकलीफ सहन करनी होंगी।