बस्ती । राष्ट्रीय लोकदल की ओर से 8 जनवरी को बस्ती के पचपेड़िया रोड पर आयोजित होने वाली किसान अधिकार रैली को सफल बनाने के लिये पार्टी नेताओं ने 24 घण्टे पूर्व ही यहां अपना डेरा जमा लिया है। प्रदेश अध्यक्ष डा. मसूद, पूर्व मंत्री धर्मवीर सिंह बालियान, राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह, प्रदेश महासचिव किरन सिंह, मध्य जोन की महिला अध्यक्ष रमावती तिवारी, प्रदेश सचिव रजनीकांत, लखनऊ महानगर अध्यक्ष महबूब आलम सहित कई पार्टी नेताओं ने रैली ग्राउण्ड का निरीक्षण किया और स्थानीय स्तर पर व्यवस्था देख रहे राजा ऐश्वर्यराज सिंह से तैयारियों का जायजा लिया।
रैली स्थल पर मौजूद पत्रकारों से डा0 मसूद ने कहा कि केन्द्र सरकार की किसान विरोधी नीतियों ने किसानों और मजदूरों की कमर तोड़ दिया है। देश के प्रधानसेवक आम आदमी के साथ न होकर अमीरों और उद्योगपतियों के साथ खड़े हैं। उनके भक्त किसनों तथा मजदूरों को गुमराह कर रहे हैं। हम चौधरी चरण सिंह की नीतियों के समर्थक हैं। किसान और किसानी को हम केन्द्र में रखकर ही नीतियों के निर्धारण की बात करते हैं। किसानों की साथ हुई उपेक्षा का सरकारों को जवाब देना होगा, इसके लिये रालोद जगह जगह कार्यक्रम आयोजित कर किसानों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने की कोशिश कर रहा है।
पूर्व मंत्री धर्मवीर सिंह बालियान ने कहा कि बिना किसी सूझबूझ और तैयारियों के नोटबंदी ने किसानों, छोटे व्यापारियों, कारोबारियों को सड़क पर ला दिया। किसान अधिकार रैली पूर्वांचल के राजनीति की दिशा तय करने के साथ ही किसानों की सहभागिता भी तय करेगा। झूठ बोलकर सत्ता हासिल करने तथा चुनाव घोषणा पत्र को हाशिये पर रखकर कार्य करने वाली मोदी सरकार जनता का भरोसा खो चुकी है। वादे के मुताबिक न कालाधन आया और न ही देश से भ्रष्टाचार कम हुआ। हर दो तीन माह पर एक नया जुमला गढ़कर देशवासियों का ध्यान बुनियादी जरूरतों से हटाकर उन्हे गुमराह करने का प्रयास जारी है।
राष्ट्रीय सचिव ओंकार सिंह, प्रदेश महासचिव किरन सिंह, रमावती तिवारी, रजनीकांत, महबूब आलम ने संयुक्त बयान में कहा कि किसान अधिकार रैली में बड़ी संख्या में दो मण्डलों की जनता और कार्यकर्ता हिस्सा लेंगे। यह पहली रैली से जहां से राष्ट्रीय लोकदल उत्तर प्रदेश में राजनैतिक परिवर्तन की हुंकार भरेगा। मौके पर राजेश सिंह, मो0 तैयब, ओमप्रकाश चौधरी, सामइन फारूकी, शिवकुमार सिंह गौतम सहित कई लोग उपस्थित थे।