नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने लोगों को अरबों रुपये की चपत लगाने वाले एक बेहद ही शातिर ठग को शुक्रवार को गिरफ्तार किया। इस ठग ने 5 करोड़ या 50 करोड़ की नहीं बल्कि पूरे 600 करोड़ रुपए की ठगी की है। इस शातिर ठग की तलाश केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि कई राज्यो की पुलिस कर रही थी। इस ठग का नाम है हर्षवर्धन रेड्डी। जल्दी पैसे कमाने के लालच में हर्षवर्धन ने ठगी का रास्ता अपनाया और देखते ही देखते महज़ 8 साल में बन बैठा अरबपति।
महज़ 40 साल की उम्र में हर्षवर्धन ने दिल्ली, चेन्नई, हैदराबाद, मुम्बई, बंगलुरु जैसी मेट्रो सिटीज में ठगी को अंजाम दिया। एक जगह करोडो की ठगी करने के बाद ये अपना ठिकाना बदल लेता था। इसने कई बड़े बैंको को भी निशाना बनाया। पुलिस ने इसके पास से लक्ज़री कार मसरेटी भी बरामद की है जिसकी कीमत करीब 3 करोड़ रुपए है।
चेन्नई में जन्मे हर्षवर्धन ने स्कूल की पढ़ाई के बाद होटल मैनेजमेंट का कोर्स स्विट्ज़रलैंड से किया और उसके बाद MBA करने के लिए ऑस्ट्रेलिया चला गया। जब ये अपनी पढ़ाई पूरी करके वापस भारत आया तो इसके दिमाग में जल्द पैसा कमाने का आईडिया आया और पैसे कमाने के लिए इसने ठगी का रास्ता चुना। इसने अपना ठगी का धंधा शुरू किया चेन्नई की बंजारा हिल्स इलाके से।
सबसे पहले इसने कुछ फर्जी कम्पनीज बनायीं और उसके नाम पैर ठगी शुरू की। जब इसे उसमें सफलता मिली तो इसने ठगी का दूसरा तरीका ढूंढा। वो पहले किसी प्रॉपर्टी के मालिक से उसकी प्रॉपर्टी लीज पर लेता था। फिर उसी प्रॉपर्टी को बढ़ा चढ़ाकर पेश करते हुए उसके फर्जी कागजात बनवाता था। इन्ही फर्जी कागजात के आधार पर वह पहले बैंक से लोन लेता था फिर फरार हो जाता था। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने लीज पर ली गई जमीन को चार कंपनियों के नाम पर ट्रासफर की थी ताकि उसे बैंक से लोन लेते समय दिक्कत न हो। फिर वह इस कंपनी से जुड़ी तमाम चीजों को वेबसाइट व अन्य जगहों से खत्म कर देता था। इस वजह से बैंककर्मी उस तक नहीं पहुंच पाते थे।
इसने SBI, Canara, ICICI जैसे कई बैंकों को करोडो का चूना लगाया। लोग इसका लैविश लाइफस्टाइल देखकर भी इसके जाल में फंस जाते थे। हर्षवर्धन महँगी गाड़ियों का भी शौकीन है। उसने अपने पास कैलिफ़ोर्निया फेरारी, मसरेटी और ऑडी जैसी कई गाड़िया राखी हुई थी जिनकी कीमत करीब 15 करोड़ रुपए है। हर्षवर्धन की 300 करोड़ की प्रॉपर्टी को बैंकों ने पहले ही सीज़ कर ली है जबकि अभी बाकी 300 करोड़ बकाया है।