वॉशिंगटन
डोनाल्ड ट्रम्प ने तीखे शब्दों में कहा है कि नॉर्थ कोरिया अमेरिका को धमकियां देना बंद करे। अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसे जलाकर खाक कर देंगे। इससे पहले नॉर्थ कोरिया ने अमेरिका से कहा था कि वह गुआम आईलैंड में मिसाइल हमला करने की प्लानिंग कर रहा है। पैसिफिक ओशन में स्थित गुआम में अमेरिका का आर्मी बेस है। दुनिया ने इतनी गोलीबारी देखी नहीं होगी…
न्यूज एजेंसी के मुताबिक न्यू जर्सी में छुट्टियां मना रहे ट्रम्प ने कहा, “नॉर्थ कोरिया के लिए ज्यादा धमकियां देना अच्छा नहीं रहेगा। उस पर इतनी गोलीबारी करेंगे कि दुनिया ने ये कभी देखी नहीं होगी। किम जोंग उन जिस तरह की बात कर रहा है, उसे सामान्य बात नहीं कहा जा सकता।” ट्रम्प ने ये बातें नॉर्थ कोरिया की न्यूक्लियर कैपेबिलिटी पर कहीं।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो नॉर्थ कोरिया ने न्यूक्लियर वॉरहेड का एक छोटा रूप तैयार किया है जिसे मिसाइल के अंदर फिट किया जा सकता है। उधर, साउथ कोरियाई न्यूज एजेंसी केसीएनए ने कहा, “हम गुआम पर मीडियम रेंज मिसाइल ह्वासोंग-1 दागने की प्लानिंग कर रहे हैं।”
डेमोक्रेट सांसदों ने ट्रम्प के तीखे बयान की आलोचना की है। सिलिकॉन वैली के भारतीय-अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने कहा, “नॉर्थ कोरिया को धमकी देने का ये कोई सही वक्त नहीं है। वह लगातार लंबी दूरी की मिसाइलों का टेस्ट कर रहा है। प्रेसिडेंट को इस मसले पर डिप्लोमैसी को लेकर सीनियर लीडर्स से बात करनी चाहिए।”
“यूएन ने नॉर्थ कोरिया पर सख्त सेंक्शंस लगाए हैं। इन्हें बातचीत के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।” सीनेटर डियाने फीनस्टीन ने कहा, “नॉर्थ कोरिया को अलग-थलग करने से वह अपना न्यूक्लियर प्रोग्राम रोक नहीं देगा। ट्रम्प अपने सख्त बयान से किसी भी तरह से स्थिति संभालने की कोशिश नहीं कर रहे। इस बात में कोई शक नहीं कि नॉर्थ कोरिया इंटरकॉन्टीनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) में न्यूक्लियर वॉरहेड लगाने की तैयारी कर रहा है। ये सब अमेरिका तक पहुंचने के लिए है।”
यूनाइटेड नेशंस में अमेरिकी एम्बेसडर निक्की हेली ने रविवार को कहा कि नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट से पैदा हुए खतरे से निपटने के लिए अमेरिका हर जरूरी कदम उठाएगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका अपनी और अपने मददगारों की हिफाजत के लिए उपायों जारी रखेगा। हेली ने यूनाइटेड नेशंस को बताया कि नॉर्थ कोरियाई खतरा बहुत तेजी से और ज्यादा खतरनाक होता जा रहा है।
फरवरी में नॉर्थ कोरिया ने 500 किमी तक मार करने वाली मिसाइल का टेस्ट किया था। स्टेटमेंट में ये भी कहा गया था, “नॉर्थ कोरिया के मिसाइल टेस्ट का मकसद न्यूक्लियर और मिसाइल कैपिबिलिटीज को दिखाना है।” पिछले साल अक्टूबर में नॉर्थ कोरिया ने बेंग्योन एयरबेस से ही मुसुदन मिसाइल के 2 टेस्ट किए थे। 2016 में नॉर्थ कोरिया ने 2 न्यूक्लियर टेस्ट किए थे। इसमें एक हाइड्रोजन बम का टेस्ट भी शामिल है। अब तक नॉर्थ कोरिया 5 न्यूक्लियर टेस्ट कर चुका है।
इसके अलावा, नॉर्थ कोरिया ने पिछले साल ही कई मिसाइल टेस्ट भी किए थे। जनवरी में उन ने कहा था कि वह इंटर-कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) बनाने के अंतिम चरण में है। बीते महीनों में उन कई बार अपनी ताकत दिखा चुका है। उसने समुद्र के किनारे लाइव फायरिंग भी की थी। हाल ही में नॉर्थ कोरिया ने नॉर्थ कोरिया ने इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का दूसरी बार टेस्ट किया था। बताया गया था कि मिसाइल से लॉस एंजिल्स, शिकागो समेत अमेरिका का बड़ा हिस्सा नॉर्थ कोरिया की जद में आ गया है।