लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज इंदिरा गाँधी प्रतिष्ठान में 101 योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने पहुंचे. इस अवसर पर डिप्टी मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद रहे. मुख्यमंत्री योगी ने 101 योजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण किया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने एक प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया. इसमें बच्चों द्वारा बनाई गई कई चीजें आकर्षण का केंद्र बनी हैं। प्राविधिक शिक्षा को नए आयाम देने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभकामनाएं दी। उन्होंने इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित भी किया। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ये क्षेत्र उपेक्षित था। यूपी को अगर नई पहचान बनानी है तो दो बातें जरूरी हैं। एक टीम स्पिरिट और टेक्नोलॉजी से यूपी की नयी पहचान संभव है।
इस क्षेत्र में कम समय में बहुत काम हुआ। यूपी आजादी के समय देश के विकसित राज्यों में था। यहाँ के लोगों प्रतिव्यक्ति आय अधिक थी। दूसरे प्रान्तों से लेकर नेपाल तक यूपी के शिक्षक हुआ करते थे। बुंदेलखंड सूखा हुआ था, बहुत बुरी स्थिति थी। हमारे यूपी की खराब तस्वीरें बाहर जाती हैं। हमें इसको बदलने की जरुरत है। तकनीक के जरिये हम यूपी की पहचान को नया रूप दे सकते हैं।
इसके हमें सभी का सहयोग चाहिए और इसके जरिये हम यूपी को बेहतर बनाएंगे। हर व्यक्ति अविष्कार कर सकता है, एक नयी कोशिश कर सकता है। दृढ इच्छाशक्ति के जरिये हम यूपी को बेहतर राज्य बना सकते हैं। यूपी के कई जिलों में पारम्परिक उद्योग थे। अलीगढ़ का ताला और मुरादाबाद का पीतल महशूर था। कूड़ा प्रबंधन न होने के कारण हमारी पहचान गंदगी की होती है।
ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि इनसे ऊर्जा बनाने का काम हो। नमामि गंगे के तहत में एचटीपी लगा रहे है लेकिन उसके लिए रनिंग बजट की आवश्यकता है। हम अपनी तकनीक को सस्ता बनाये, इसका प्रयास करना होगा। तकनीक आसान और सस्ती हो इसका प्रयास करना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश सीमित संशाधन में अपनी पहचान बनाये थे। लेकिन आज उत्तर प्रदेश पिछड़े राज्यो में आ गया है। देश को दिशा देने वाला राज्य जब बीमार हो जाये तो भारत कैसे विकास करेगा। इसीलिए उत्तर प्रदेश को अपनी पहचान बनाने की आवश्यकता है। हर व्यक्ति अविष्कारक बन सकता है अगर वो अपनी प्रतिभा जान जाए। उत्तर प्रदेश में 75 जिले है क्या सम्भव है इन जिलों में प्राविधिक इन्वेंशन सेंटर बने। इस जिलो में से कई अपने वजूद बचाने में लगे है। हम चाहते है कि 75 जिलों की पहचान अपने प्रोडक्ट से हो। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बड़ी मात्रा में बीमारियां आ रही है जिनका कोई उपचार नहीं है। स्वाइन फ्लू इस समय तेजी से फैल रहा है। सरफेस वाटर आसानी से आम नागरिक तक पहुंचे, इसका प्रबन्ध करने की आवश्यकता है। सीवेज कहा है ड्रेनेज कहाँ है इसका पता ही नहीं चलता। इसको तकनीक से जोडऩे की आवश्यकता है। उत्तर प्रदेश सरकार भारत सरकार के साथ कदम मिला कर चल रही है।