अक्सर विवादों से घिरे रहने वाले स्वामी ओम अब मुश्किल में पड़ गए हैं। स्वामी ओम को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच सेल ने भजनपुरा से गिरफ्तार कर लिया है। बता दें दिल्ली की एक कोर्ट ने बीते साल स्वामी ओम के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया था। स्वामी ओम को दिल्ली की सीएमएम दक्षिण पूर्वी साकेत कोर्ट ने 2014 में उद्घोषित अपराधी घोषित किया था। लोदी कालोनी थाना में उनके खिलाफ दर्ज केस का FIR no 241/08 है।
स्वामी ओम को स्वामी विनोदा आनंद झा के नाम से भी जाना जाता है। उनके खिलाफ दिल्ली के अलग-अलग थानों में स्वामी के खिलाफ आधा दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं। इनमें जबरन कब्जा करना, चोरी, मसाज पार्लर की आड़ में ब्लैकमेलिंग, आर्म्स एक्ट और धोखाधड़ी के मामले भी हैं।
स्वामी ओम के खिलाफ आईपीसी की धारा 160 के तहत मामला दर्ज है। स्वामी ओम के खिलाफ और भी कई मामले हैं। 2008 में एक केस के मामले में भी उन्हें गिरफ्तार किया गया था। स्वामी पर अपने ही भाई प्रमोद झा की दुकान में घुसकर तोड़फोड़ करने और 11 साईकिल चुराने के आरोप हैं। साइकिलों के अलावा उन पर अपने भाई के घर की सेल डीड (कागजात) चुराने के भी आरोप हैं।
इसके अलावा स्वामी ओम पर एक महिला के साथ छेड़छाड़ करने और उसे धमकाने के भी आरोप हैं। इस मामले में स्वामी ओम के अलावा स्वामी संतोष आनंद भी आरोपी हैं। बता दें कि खुद को साधु-संत बताने वाले स्वामी ओम बिग बॉस सीजन 10 में अपनी विवादित और आपत्तिजनक हरकतों के चलते सुर्खियों में आए थे।
उल्लेखनीय है स्वामी ओम कई बार सार्वजनिक स्थलों पर पीटे भी जा चुके हैं। बीते महीने अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि देने के लिए उन्होंने कैंडल लाइट मार्च निकाला था। इस दौरान स्वामी ओम की कुछ महिलाओं से किसी बात पर कहासुनी हो गई। ये बहस इतनी बढ़ गई कि महिलाओं ने स्वामी को पीट दिया था।