नई दिल्ली
डोकलाम को लेकर भारत और चीन के बीच तनातनी जारी है। इस बीच चीन ने कहा कि हमारे बड़े हथियार सिर्फ खिलौने नहीं हैं। चीन ने हालांकि इसके साथ ही कहा कि उसकी नौसेना हिंद महासागर की सुरक्षा बरकरार रखने के लिए भारतीय नेवी से हाथ मिलाना चाहती है। इसके साथ ही वहां तैनात हथियारों की जानकारी दी। चीन ने तटीय शहर झानजियांग में अपने सामरिक दक्षिण सागर बेड़े (एसएसएफ) के अड्डे को पहली बार भारतीय पत्रकारों के एक समूह के लिए खोला है। इसके साथ ही पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के अधिकारियों ने कहा कि हिंद महासागर अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए एक साझा स्थान है। बता दें कि दोनों देशों के बीच डोकलाम में करीब दो महीने से तनाव चल रहा है। दोनों देशों की सेनाएं एक-दूसरे के सामने खड़ी है। उन्होंने यह टिप्पणी ऐसे समय में की जब चीन की नौसेना अपनी वैश्विक पहुंच बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर विस्तारवादी रवैया अपना रही है।
भारतीय सेना के अधिकारियों ने बताया कि सैनिकों के ‘चौकसी के स्तर’ को भी बढ़ा दिया गया है. उन्होंने बताया कि डोकलाम पर भारत के खिलाफ चीन के आक्रामक अंदाज के मद्देनजर और गहन विश्लेषण के बाद सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक भारत-चीन की करीब 1,400 किलोमीटर लंबी सीमा के पास के इलाकों में सैनिकों की तैनाती बढ़ाने का फैसला किया गया.
अमेरिकी नेवी ने ऐसा कदम उठाया है जो चीन की मुश्किलें बढ़ा सकता है. अमेरिका ने अपना युद्धपोत चीन सागर के करीब पहुंचा दिया है. न्यूज एजेंसी रायटर के मुताबिक अमेरिकी युद्धपोत चीन के कृत्रिम द्वीप के नजदीक पहुंच गया है.