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दक्षिण कोरिया की एक अदालत ने मोबाइल कंपनी सैमसंग के अरबपति वारिस ली-जे-योंग को भ्रष्टाचार के आरोप में पांच साल की सजा सुनाई है। ली पर एक घोटाले में रिश्वतखोरी का आरोप लगाया गया था। हालांकि ली ने अपने उपर लगे सभी आरोपों का खंडन किया। दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी के उत्तराधिकारी ली पर फरवरी में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था। इसमें रिश्वत, गबन और विदेशों में संपत्ति छुपाएं शामिल हैं। दुनिया की शीर्ष स्मार्टफोन निर्माता कंपनी सैमसंग के उत्तराधिकारी ली जे योंग ने हालांकि भ्रष्टाचार के आरोपों से इंकार किया।
दक्षिण कोरिया के इस चर्चित मामले के कारण पार्क ग्यून हे को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ा था। इस हाई प्रोफाइल मामले की सुनवाई गत मार्च में ही शुरू हो गई थी। फरवरी से जेल में बंद 49 वर्षीय योंग को सियोल में ये सजा सुनाई गई है। योंग और सैमसंग के चार अन्य कार्यकारी अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने 2015 में एक विवादास्पद विलय समझौते पर समर्थन हासिल करने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति पार्क को लाखों डॉलर की रिश्वत दी थी। इस समझौते को योंग के सैमसंग प्रमुख के तौर पर काबिज होने की दिशा में अहम कदम के रूप में देखा गया था। फिलहाल सैमसंग ग्रुप के अध्यक्ष उनके पिता ली-कुन ही हैं।