बस्ती । शिक्षक की भूमिका कभी समाप्त नहीं होती। डा. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने हमें शिक्षक और राष्ट्रपति के रूप में जो मागदर्शन किया है उस अनुरूप शिक्षा व्यवस्था को प्रभावी बनाने की जरूरत है। यह विचार उप शिक्षा निदेशक राम कृपाल प्रसाद ने व्यक्त किया। वे मंगलवार को शिक्षक दिवस पर प्रेम चन्द्र साहित्य एवं जन कल्याण संस्थान के संस्थापक सत्येन्द्रनाथ मतवाला द्वारा राजकीय कन्या इण्टर कालेज के हाल में शिक्षक दिवस पर आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह को मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित कर रहे थे।
विशिष्ट अतिथि विनय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि शिक्षकों को सम्मानित करना पुनीत कार्य है। उनके मार्ग दर्शन में ही भावी पीढी का निर्माण होता है।
इस अवसर पर उप शिक्षा निदेशक राम कृपाल प्रसाद ने घनश्याम सिंह, कुलदीप सिंह, ओम प्रकाश पाण्डेय, डा. कमलेश पाण्डेय, श्रीमती इन्द्रा श्रीवास्तव, ओम प्रकाश श्रीवास्तव, डा. राम कृष्ण लाल ‘जगमग’ दीपक सिंह प्रेमी, नीलम सिंह, सत्या पाण्डेय, सागर गोरखपुरी, जगदम्बा प्रसाद भावुक, डा. अजीत प्रताप सिंह, श्रीमती देवबाला पाण्डेय, लक्ष्मी अरोरा, संगीता गुप्ता, अजय कुमार श्रीवास्तव, निर्मला श्रीवास्तव, डा. सुरेन्द्र प्रताप, विजय कुमार गुप्ता, जाहिद अली सिद्दीकी, कुंवर राजेश प्रताप सिंह, त्रिभुवन प्रसाद मिश्र, रामचन्द्र यादव आदि को शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम में मोहम्मद वसीम अंसारी, डा. दशरथ प्रसाद यादव, भद्रसेन सिंह बंधु, जगदीश प्रसाद पाण्डेय, पं. चन्द्रबली मिश्र शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी अनेक लोग उपस्थित रहे। संचालन श्याम प्रकाश शर्मा, अध्यक्षता सत्येन्द्रनाथ मतवाला ने किया।