बस्ती । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से वार्ता के बाद पर हक के लिये आन्दोलन छोड़ स्कूलों में पढाने गये शिक्षा मित्र कैबिनेट मंें लिये गये निर्णय के बाद फिर भड़क गये और बुधवार को 10 हजार रूपये मानदेय को सिरे से नकारते हुये बीएसए कार्यालय पहुंचे। सभा में निर्णय लिया गया कि सरकार जब तक सर्वमान्य हल नहीं निकालती शिक्षा मित्र चरणबद्ध ढंग से अहिसंक आन्दोलन जारी रखेंगे। यहां से हजारों की संख्या में आदर्श समायोजित शिक्षक, शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन अध्यक्ष आनन्द दूबे और प्राथमिक शिक्षा मित्र संघ अध्यक्ष राम विलास चौधरी के नेतृत्व में शिक्षा मित्रों का काफिला सरकार विरोधी नारे लगाते हुये जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा जहां कैबिनेट के फैसले की प्रतियां जलाते हुये विरोध प्रदर्शन किया। शिक्षा मित्रों ने सामूहिक रूप से निर्णय लिया कि वे निःशुल्क पढाने को तैयार हैं किन्तु 10 हजार रूपये का मानदेय स्वीकार्य नही हैं।
बीएसए कार्यालय पर आयोजित सभा को वीरेद्र शुक्ल, मुक्तेश्वर यादव, प्रवीण श्रीवास्तव, रजनीश मिश्र, गिरजेश दूबे, राम पराग चौधरी, अभिषेक सिंह, संतोष शुक्ल, राघवेंद्र उपाध्याय, शिवकुमार चौधरी, सुनील तिवारी, रत्नेश चौधरी, अभिषेक सिंह, आदि ने कहा कि उन्हें संत की सरकार पर भरोसा था किन्तु मुख्यमंत्री और उनके प्रशासनिक तंत्र ने शिक्षा मित्रों का भरोसा तोड़ दिया। सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद से ही शिक्षा मित्रों के साथ राजनीतिक छल किया जा रहा है। अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। शिक्षा मित्र अपने अधिकारों के लिये लोकतांत्रिक ढंग से संघर्ष जारी रखेंगे। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा मित्र अपना धैर्य और संयम बनाये रखे और आत्महत्या या हिंसक विरोध प्रदर्शन की ओर कदम न बढायें। हम लड़कर जीते हैं और यह लडाई भी शिक्षा मित्र जीतेंगे।
बीएसए कार्यालय पर प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय पर कैबिनेट के निर्णय का प्रतियां जलाने वालों में धर्मेन्द्र पाठक, विश्वम्भरनाथ दूबे, अनंत पाण्डेय, मगन पाण्डेय, चक्रपाणि पाण्डेय, संतोष पाठक, पवन शुक्ल, सुभाष सिंह, प्रवीन सिंह, ईश्वरदेव शुक्ल, घनश्याम, संगीत पाण्डेय, सुनील शुक्ल, पवन तिवारी, शेरबहादुर सिंह, अनुपम सिंह, पवन तिवारी, जीतेन्द्र पाण्डेय, संदीप सिंह, प्रदीप चौधरी, रामसूरत चौधरी, सुनील शुक्ल, राम प्रकाश वर्मा, वसीउल्लाह, सिराज अहमद, लाल जी चौधरी, संजय यादव, संतराम, सुमन मिश्रा, गीता दूबे, सुधा त्रिपाठी, विनीता उपाध्याय, किरन चौधरी, मधू पाण्डेय, प्रतिभा दूबे, अर्चना यादव, माया देवी के साथ ही हजारों की संख्या में शिक्षा मित्र शामिल रहे।