नई दिल्ली
प्रगति मैदान के पुनर्विकास का काम गुरुवार से शुरू हो जाएगा। दो वर्ष में तैयार होने पर यह भव्यता और जगह के मामले में चीन के शंघाई कन्वेंशन सेंटर को चुनौती देगा। पुराने प्रगति मैदान की जगह अब अंतरराष्ट्रीय स्तर का इंटीग्रेटिड एग्जीबिशन-कम-कन्वेंशन सेंटर बनाया जा रहा है।
नए कंवेशन सेंटर में 70 प्रदर्शनियों का आयोजन एक साथ किया जा सकेगा। यह सेंटर चीन की राजधानी बीजिंग स्थित अंतरराष्ट्रीय कनवेंशन सेंटर से बड़ा बन जाएगा। बीजिंग कन्वेंसन सेंटर की मौजूदा क्षमता 2300 लोगों की है। प्रगति मैदान का सेंटर इससे दो गुना बड़ा होगा। प्रदर्शनी के लिए 1 लाख 22 हजार वर्ग मीटर स्पेस के साथ यहां स्टेट ऑफ दी आर्ट एम्फी थियेटर भी बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा ट्रेड फेयर और अन्य व्यवसायिक आयोजन के लिए यहां 7 कंवेन्शन हॉल भी बनाए जा रहे हैं। यहां बनने वाला कन्वेंशन सेंटर, मौजूदा विज्ञान भवन से भी पांच गुना बड़ा होगा। आईटीपीओ (भारतीय व्यापार संवर्द्धन संगठन) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एलसी गोयल ने कहा कि अगस्त 2019 तक यह पूर्ण तौर पर तैयार हो जाएगा। फिलहाल 123 एकड़ में फैले प्रगति मैदान में तीन एकड़ में पांच सितारा होटल भी बनाए जाने की योजना है। इससे राजस्व भी एकत्रित किया जा सकेगा। गोयल ने बताया कि इसे बनाने का खर्च आईटीपीओ ही उठाएगा।
दिल्ली में इस प्रोजेक्ट से पहले 2005 में बड़े इंफ्रा प्रोजेक्ट के तहत अक्षरधाम मंदिर का निर्माण किया गया था। अब नए प्रगति मैदान के निर्माण के बाद यह राजधानी का सबसे विशाल स्थल बन जाएगा। प्रगति मैदान पर उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए बेसमेंट में ही सिर्फ 4800 वाहनों के लिए पार्किंग तैयार की जा रही है। इस पार्किंग को अलग-अलग सड़कों से जोड़ने की तैयारी है, जिससे पूरी क्षमता होने पर भी इस इलाके में ट्रैफिक जाम की स्थिति न पैदा हो। गोयल ने पेड़ कटने के मसले पर कहा कि इसके लिए दस करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। डीडीए ने इसे लगाने के लिए जमीन भी दे दी है। 1700 पेड़ों के एवज में 17000 पेड़ लगाए जाएंगे।
सात हजार लोगों की क्षमता वाले कन्वेंशन सेंटर से इंडिया गेट भी दिखेगा। इतना ही नहीं, 32 मीटर ऊंचे कन्वेंशन सेंटर के ऊपर तीन हेलीपैड भी होंगे। एक लाख वर्ग मीटर में सात आधुनिक प्रदर्शनी केंद्र बनेंगे। साथ ही, 15 एकड़ के ओपन प्रदर्शनी क्षेत्र में 3000 लोगों की क्षमता वाले 4 एम्पीथियेटर्स बनकर तैयार होंगे।
गोयल ने बताया कि व्यापार मेले में बीते वर्ष 14 से 15 लाख लोग आए थे। पिछली बार हमने मेले का आयोजन एक लाख स्क्वॉयर मीटर जगह में किया था, इस बार इसका आयोजन 52000 स्क्वायर मीटर में होगा। ऐसे में इस बार भीड़ को संभालना बड़ी चुनौती होगा। अभी तक हम 10-12 लाख की भीड़ को संभालने के लिए तैयार हैं।
प्रगति मैदान पुनर्विकास योजना के मुताबिक, मथुरा रोड और आईटीओ के ट्रैफिक को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सुरंग योजना बनाई जाएगी। एलसी गोयल ने कहा कि आईटीओ से डीपीएस तक तीन किलोमीटर लंबे मथुरा रोड को सिग्नल फ्री किया जाएगा। भगवान दास रोड, पुराना किला, भैरो मार्ग, शेरशाह सूरी मार्ग एवं सुब्रमण्यम मार्ग से दाएं तरफ जाने के रास्ते बंद कर दिए जाएंगे। इन रास्तों पर जाने के लिए पीडब्ल्यूडी मथुरा रोड पर चार लूप तैयार करेगा। जो वाहन लाजपत नगर की तरफ से होते हुए भैरो मार्ग से तिलक ब्रिज की ओर आ रहे होंगे, उनके लिए यह लूप यू टर्न लेने के लिए बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस योजना के पूरा होने पर भैरो मार्ग पर लगने वाले जाम से भी मुक्ति मिलेगी।