नए रेलवे मंत्री पीयूष गोयल ने आज रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के साथ रेलवे में सुरक्षा को लेकर मैराथन बैठक की। उन्होंने रेल अधिकारियों से साफ लहजों में कहा है कि रेलवे में यात्रियों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जा सकता है। उन्होंने दुर्घटना की आशंका वाले हिस्सों में नयी लाइनों के निर्माण के लिए चिह्नित रेलों का मार्ग परिवर्तित करने और यह पता लगाने को कहा है कि कहां पटरियों को हटाने का काम किया जाना है।
रेल मंत्री ने साफ शब्दों में कहा है कि पुरानी परंपरागत आईसीएफ डिजाइन कोच के निर्माण पर रोक लगाने और नए डिजाइन के एलएचबी कोच बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बोर्ड के अधिकारियों को नई रेलों की खरीद का काम तेज करने का आदेश भी दिया ताकि लंबित परियोजनाओं में पटरियां बिछाने का काम पूरा किया जा सके और एक साल के अंदर फाटकरहित लेवल क्रॉसिंग को खत्म किया जा सके। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने रेलवे बोर्ड के शीर्ष अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों से साफ लहजों में कहा है कि कि पुरानी पटरियों को बदलने तथा नयी पटरियों को बिछाने में तेजी लाई जाए।
गोयल ने बैठक में अधिकारियों से इस बात पर जोर दिया कि नयी रेलों की खरीद का काम बड़े पैमाने पर तेज किया जाए और साथ ही नई लाइनों के निर्माण का काम भी समय पर किया जाना चाहिए। रेल मंत्री ने बोर्ड को इंजनों में कोहरा रोधी एलईडी लाइटें लगाने का आदेश भी दिया ताकि सर्दियों में ट्रेनों की निर्बाध एवं सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित हो सके।
उल्लेखनीय है कि कुछ रेलों के पटरियों से उतरने के बाद गोयल के पूर्ववर्ती सुरेश प्रभु ने इस्तीफा दे दिया था। प्रभु की जगह गोयल नए रेल मंत्री बनाए गए। मंत्री ने जोर दे कर कहा कि सुरक्षा सर्वोपरि है और इससे किसी भी कीमत पर समझौता नहीं होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि सात सितंबर को नौ घंटे में उत्तर प्रदेश, नयी दिल्ली एवं महाराष्ट्र में तीन ट्रेनें पटरी से उतरीं जबकि एक जगह ऐसा हादसा होते होते बच गया।