सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं, इसरो से हाथ मिलाएगा रेलवे: रेल मंत्री

– 700 ट्रेनों की गति बढ़ाने और आवागमन के समय में समायोजन करने का फैसला
– नियम के तहत कोई भी आरपीएफ या टीटीई बगैर वर्दी के काम नहीं कर सकेगा
– सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं
– सुरक्षा के लिए रेलवे इसरो के साथ भी हाथ मिला सकता है
– फ्लैक्सी किराया टिकट मूल्य प्रणाली की भी जल्द समीक्षा की जाएगी
– प्रमुख रेलवे स्टेशन एवं ट्रेन में सीसीटीवी कैमरों की सहायता से सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया जाएगा
नई दिल्ली
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि 600-700 ट्रेनों का यात्रा समय कम किया जाएगा। इसके लिए ट्रेनों की स्पीड भी बढ़ाई जाएगी। साथ ही कई मेल गाड़ियों को सुपरफास्ट किया जाएगा। इस कारण नई समय सारणी भी एक महीना देरी से 1 नवंबर को जारी होगी। ये बातें रेल मंत्री ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस में कहीं। उन्होंने कहा कि नए नियम के तहत कोई भी आरपीएफ या टीटीई बगैर वर्दी के काम नहीं कर सकेगा। साथ ही ईंधन लागत कम करने के लिए इलेक्ट्रिफिकेशन के काम में तेजी लाने की बात भी रेल मंत्री ने कही। सेफ्टी को अहम मुद्दा बताते हुए गोयल ने कहा कि सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया जाएगा। इसके लिए बजट की समस्या भी आड़े नहीं आने दी जाएगी। सुरक्षा के लिए रेलवे इसरो के साथ भी हाथ मिला सकता है।
सरकार रेल सफर की सुरक्षा को चाकचौबंद बनाने के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल की संभावनाएं टटोलेगी। उन्होंने कहा कि इस संबंध में देश के प्रमुख संगठन इसरो के साथ चर्चा की जा सकती है। उन्होंने कार्यक्रम में मौजूद इसरो के चेयरमैन एएस किरण कुमार के साथ हाल ही में अपनी बैठक का जिक्र किया।
पीयूष गोयल ने कहा कि रेलवे और इसरो इस दिशा में मिलकर काम कर सकते हैं और रेल यात्रा को सुरक्षित बनाने में स्पेस टैक्नॉलजी के इस्तेमाल की संभावनाएं टटोल सकते हैं। गोयल ने यह बात ऐसे समय में कही है जब हाल ही में रेल सफर की सुरक्षा को लेकर कई तरह के सवाल उठे हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे के साथ गठजोड़ में गूगल ने देश के 400 से अधिक स्टेशनों पर वाईफाई हॉटस्पॉट स्थापित किए हैं। वे चाहते हैं कि यह संख्या ज्यादा से ज्यादा हो और इनका इस्तेमाल आसपास के गांवों में लोगों को नि:शुल्क इंटरनेट उपलब्ध करवाने में किया जा सके।
गोयल ने गुरुवार को रेलवे सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि जहां भी जरूरत होगी रेल की पटरियों के नवीनीकरण और स्गिनलिंग प्रणाली में सुधार का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा, ‘जिन मार्गों पर पटरियों के नवीनीकरण की जरूरत हैं, वहां इसके आदेश दे दिए गए हैं।’ यह कदम देश में कई रेल दुर्घटनाओं, खासतौर पर पिछले महीने उत्तरप्रदेश में हुई रेल दुर्घटनाओं के बाद उठाया गया है। बता दें कि लगातार रेल दुर्घटनाओं के बाद सुरेश प्रभु को रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था और मंत्रिमंडल के फेरबदल के बाद पियूष गोयल को रेल मंत्री बनाया गया था।
गोयल ने कहा कि फ्लैक्सी किराया टिकट मूल्य प्रणाली की भी जल्द समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा, ”मैंने सुना है कि लोग फ्लैक्सिबल किराया टिकट प्रणाली को लेकर शिकायत कर रहे हैं। इसके मूल्य में कटौती की जाएगी। हम शीघ्र ही इस पर फैसला लेंगे।” गोयल ने साथ ही कहा कि इसके मूल्य में कटौती की जाएगी।
भारतीय रेलवे ने संरक्षा को रेलवे समय सारिणी से जोड़ते हुए नियमित ट्रैक अनुरक्षण के लिए स्थायी ब्लॉक देने के उद्देश्य से करीब 700 ट्रेनों की गति बढ़ाने और आवागमन के समय में समायोजन करने का फैसला किया है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने यहां रेल भवन में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि संरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसे सुनिश्चित करने के लिए एक साल के अंदर ट्रैक बदलने और अनुरक्षण के लिए ब्लॉक देने को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पैसे की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी। अगर पांच दस हकाार करोड़ रुपए ज्य़ादा लग जाएं और ट्रैक अपग्रेड हो पाए तो यह अच्छा ही होगा। इस मौके पर रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा तथा रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष अश्वनी लोहानी एवं अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
रेल मंत्री ने कहा कि ट्रैक उन्नयन के साथ-साथ ट्रेन प्रोटेक्शन वार्निंग सिस्टम, मोबाइल ट्रेन रेडियो कम्युनिकेशन तथा अत्याधुनिक सिगनल प्रणाली के माध्यम से रेल दुर्घटनाओं पर रोक लगाने के अलावा हर प्रमुख रेलवे स्टेशन एवं ट्रेन में सीसीटीवी कैमरों की सहायता से सुरक्षा का पूरा प्रबंध किया जाएगा।
रेल सुरक्षा बल के हर जवान और ट्रेन टिकट निरीक्षक (टीटीई) को हर हाल में वर्दी में रहना होगा। यात्रियों की शिकायतों का उल्लेख करते हुए गोयल ने कहा कि खाने-पीने के हर सामान पर अधिकतम खुदरा मूल्य अवश्य लिखा जाएगा। मोबाइल ऐप के माध्यम से यात्रियों को जनता की शिकायतों के प्रति जवाबदेह बनाया जाएगा। अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी, मोबाइल तकनीक तथा रेलटेल के माध्यम से द्रुतगति वाली इंटरनेट सेवा के माध्यम से रेलवे की प्रत्येक संपत्ति की मैपिंग की जाएगी।
रेलवे के कर्मचारियों के काम करने की दशाओं को सुधारने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। गैंगमैन के टूल किट के साथ उनके पेयजल एवं भोजन के लिए भी इंतजाम किया जाएगा। उनकी पदोन्नति पर भी ध्यान दिया जाएगा। ट्रैक की निगरानी के लिए अल्ट्रा सोनिक ब्लॉ डिटेक्शन सिस्टम मशीन खरीदी जाएंगी। आईसीएफ कोचों के निर्माण को पूरी तरह से बंद करके उन्हें एलबीएच कोच से बदला जाएगा और आधुनिक प्रकाश व्यवस्था के साथ रात में भी संरक्षा कार्य कराए जाएंगे।

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