समाजसेवी अन्ना हजारे ने बुधवार को कहा कि भ्रष्टाचार मिटाना है तो जल्द ही किसी बड़े संगठन का निर्माण करना होगा। महज 50 लोगों के संगठन से देश व प्रदेश के भ्रष्टाचार को नहीं हटाया जा सकता। समाजसेवी अन्ना हजारे बुधवार को रायपुर में भ्रष्टाचार और नशामुक्त विषय पर जनता को संबोधित करने पहुंचे थे। अन्ना हजारे ने कहा, “जीवन में आराम करने के लिए एक बिस्तर है तो खाने का प्लेट भी है।
इसलिए मैं वो अनुभव करता हूं, जिसे लखपति और करोड़पति भी अनुभव नहीं कर पाते।” उन्होंने हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “बैचलर होते हुए भी 80 साल की उम्र में अबतक बेदाग हूं। भ्रष्टाचार से लड़ना है तो आपके भीतर शुद्ध विचारों का होना आवश्यक है। मैंने एक विशाल आंदोलन किया, जिससे सरकार को लोकपाल कानून बनाना पड़ा, लेकिन वर्तमान में इस कानून का पालन नहीं किया जा रहा है।
इसके लिए भविष्य में मैं फिर से आंदोलन करूंगा।” अन्ना ने कहा, “छत्तीसगढ़ में भ्रष्टाचार को मिटाने के लिए सभी छोटे-बड़े संगठनों को एकजुट होना पड़ेगा। भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए त्याग करना होगा, आचार और विचार को शुद्ध रखना होगा।” सामाजिक कार्यकर्ता कुणाल शुक्ला ने 27 आईएसएस अधिकारियों की सूची अन्ना हजारे को सौंपी, जिनके ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप हैं।