लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कुंभ व एनआरआई दिवस के आयोजनों के लिए प्रयागराज व वाराणसी में सुरक्षा में नई तकनीक का इस्तेमाल होना चाहिए। इन दोनों आयोजनों को प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनो आयोजन में विदेशी अतिथि भी आएंगे। इसके लिए सभी तैयारियां बेहतर और व्यवस्थित होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री कहा कि यह आयोजन देश तथा प्रदेश के लिए अत्यन्त महत्वपूर्ण है। इसमें बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय वाराणसी पहुंचेंगे। इसलिए शहर की सफाई, सुरक्षा तथा यातायात व्यवस्था पर खास ध्यान दिया जाए। उन्होंने इस मौके पर वाराणसी के कमिश्नर से प्रवासी भारतीय दिवस के मद्देनजर की जा रही व्यवस्थाओं की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विशिष्ट व्यक्तियों के साथ लगाए जाने वाले व्यक्तियों के विषय में पहले से पूरी जानकारी प्राप्त कर ली जाए, तभी उन्हें सेवा में लगाया जाए। उन्होंने कमिश्नर को पूरे शहर में थीम पेन्टिंग करवाने और शहर के चैराहों पर भारतीय संगीत तथा संस्कृति से संबंधित कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए। इससे आने वाले अतिथियों को यहां की संस्कृति की झलक मिल सकेगी। शहर की सड़कों को ठीक कराने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि पूरे शहर में उत्कृष्ट प्रकाश व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से पूरे शहर में सीसी टीवी कैमरे लगाए जाएं और प्रभावी फुट पेट्रोलिंग भी की जाए। उन्होंने डीजीपी को कोर पुलिसिंग को चेक करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस में शिरकत करने वाले प्रवासी प्रयागराज कुम्भ-2019 में भाग लेने पहुंचेंगे। उन्होंने इस सम्बन्ध में प्रयागराज कुम्भ की तैयारियों की भी समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि प्राचीन काशी और वर्तमान काशी में जो परिवर्तन आज दिखाई दे रहा है, उस पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक का प्रकाशन सुनिश्चित किया जाए। इसमें काशी पर केन्द्रित सारी सामग्री का समावेश किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस में आने वाले प्रवासियों को यह पुस्तक भेंट की जाएगी। उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस में शिरकत करने वाले प्रवासियों को चाय-नाश्ते तथा खाने के दौरान काशी के विशिष्ट व्यंजनों को परोसने के भी निर्देश दिए।