नई दिल्ली
सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान उत्तरी सैन्य कमान के कमांडर रहे (रिटायर्ड) लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा की टिप्पणी को लेकर बयानबाजी शुरू हो गई है। उड़ी कैंप पर हमले के बाद भारतीय सेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक राजनीतिक दलों के बीच जंग की वजह बनी हुई है। सर्जिकल स्ट्राइक के समय सेना की उत्तरी कमान के प्रमुख रहे लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डीएस हुड्डा का बयान सामने आने के बाद राहुल गांधी ने इसे लेकर फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरना भी शुरू कर दिया है। डीएस हुड्डा ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक का कुछ ज्यादा ही प्रचार किया गया। कांग्रेस अध्यक्ष ने इसपर ट्वीट करते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा है।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा है, जनरल (हुड्डा) आप एक सच्चे सैनिक की तरह बोल रहे हैं। भारत को आप पर गर्व है। निश्चित तौर पर मिस्टर 36 को हमारी सेना को निजी संपत्ति के रूप में इस्तेमाल करने में कोई शर्म नहीं है। राहुल ने आगे लिखा कि उन्होंने अपने पॉलिटिकल कैपिटल के लिए सर्जिकल स्ट्राइक और अनिल अंबानी को 30 हजार करोड़ का फायदा पहुंचाने के लिए राफेल डील का इस्तेमाल किया। जाहिर तौर पर यहां राहुल गांधी मिस्टर 36 का इस्तेमाल पीएम मोदी के लिए कर रहे थे। अब यह “मिस्टर 56” का कोई संशोधित रूप था या राहुल ने गलती से 56 को 36 लिख दिया, अब वही जानें।
राहुल गांधी अक्सर 56 इंच के सीने वाले बयान पर तंज कसते हुए पीएम मोदी को मिस्टर 56 कहते रहते हैं। सर्जिकल स्ट्राइक के दो साल बाद तत्कालीन लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) डी एस हुडा ने कहा है कि इस हमले के इतना प्रचार की जरूरत नहीं थी। हुड्डा का कहना था, मुझे लगता है कि इसका कुछ ज्यादा ही प्रचार किया गया। सेना का ऑपरेशन महत्वपूर्ण था और हमें ऐसा करना ही था।
इसका कितना राजनीतिकरण होना चाहिए था, यह कितना सही है या गलत यह बात राजनेताओं से पूछी जानी चाहिए। हुडा के इस बयान पर सेना चीफ जनरल बिपिन रावत ने कहा कि यह व्यक्तिगत बयान है और इसपर प्रतिक्रिया नहीं दी जा सकती है। उन्होंने कहा, वह (हुडा) इस ऑपरेशन को अंजाम देने वाले मुख्य व्यक्तियों में शामिल रहे हैं और मैं उनके शब्दों का आदर करता हूं।