नई दिल्ली। 2019 के लोकसभा चुनावों को देखते हुए राम मंदिर निर्माण का मुद्दा तेज होता जा रहा है। यही कारण है कि भाजपा की शाखा कहलाने वाली विश्व हिंदू परिषद ने दिल्ली के रामलीला मैदान में रविवार को एक विशाल जनसभा का आयोजन किया जिसमें लाखों लोगों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर आरएसएस के नेता भैय्या जी जोशी ने भी केंद्र से राममंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए कहा। उन्होंने कहा राम मंदिर के निर्माण में आने वाली बधाएं मोदी और योगी सरकारें दूर करे।
हम बता दें संसद के शीतकालीन सत्र से कुछ दिन पहले विश्व हिंदू परिषद की रैली में रविवार को लाखों लोगे के अयोध्या में राम मंदिर बनाने की मांग के साथ रामलीला मैदान में जुटे। रामलीला मैदान में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए और ऊंची जगहों पर स्नाइपर तैनात किए गए। इस रैली को सफल बनाने के लिए विहिप ने लोगों के घर-घर जाकर प्रचार अभियान चलाया। विहिप के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा, ‘‘ राम मंदिर के निर्माण के लिए जो लोग विधेयक लाने के पक्ष में नहीं हैं, यह रैली उन लोगों का हृदय परिवर्तन करेगी।’
उन्होंने कहा कि संगठन ने मंदिर निर्माण के अपने पूर्व चरण के दौर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और राज्य के राज्यपालों से मुलाकात की थी। आने वाले चरण में वे मंदिरों और मठों में धार्मिक अनुष्ठान और प्रार्थना करेंगे।’ यह अभियान प्रयाग में साधु-संतों की ‘ धर्म संसद’ के साथ संपन्न होगा। अंतिम ‘धर्म संसद’ 31 जनवरी और एक फरवरी को आयोजित होगी। संसद का शीतकालीन सत्र मंगलवार से शुरू हो रहा है।
विश्व हिंदू परिषद ने बताया कि इस रैली को आरएसएस के कार्यकारी प्रमुख सुरेश ‘भैयाजी’ जोशी ने संबोधित किया। इस रैली के माध्यम से विहिप यह मांग कर रही है कि अगर जरूरत पड़े तो केंद्र सरकार को राम मंदिर निर्माण के लिए कानून बनाना चाहिए। जोशी के अलावा विहिप अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे और इसके अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आलोक कुमार भी इस रैली को संबोधित किए।यातायात पुलिस ने रैली को देखते हुए मार्ग परिवर्तन का परामर्श जारी किया।