नई दिल्ली। अखिलेश यादव नहीं चाहते कि प्रधानमंत्री के रूप में मायावती को पेश किया जाए। आज उ.प्र. में सपा-बसपा के बीच हुए गठजोड़ की आधिकारिक घोषणा के दौरान जब पत्रकारों ने अखिलेश से पूछा कि क्या आप मायावती को प्रधानमंत्री के रूप में अपना समर्थन देंगे तो अखिलेश झेंपते हुए बाेले की आपको पता है कि मैं किसका समर्थन करूंगा। एक बार भी नहीं बोले कि हां हमारा मायावती प्रधानमंत्री के रूप में भी सर्मथन होगा। यानि भविष्य में यदि ऐसी कोई तस्वीर बनी तो इस गठबंधन की गठजोड़ कितना मजबूत होगा कहना मुश्किल होगा।
इस सवाल पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश संवाददाता सम्मेलन में दुविधा में फंसते नजर आए। जब संवाददाताओं ने उनसे सीधा सवाल पूछा कि प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में वह राहुल गांधी या मायावती में से किसे समर्थन देंगे तो एसपी अध्यक्ष ने गोलमोल जवाब देकर सवाल को टालने की कोशिश की। इससे साफ जाहिर होता है कि अखिलेश यादव प्रधानमंत्री के रूप में मायावती का समर्थन करने वाले नहीं हैं। नहीं तो संवाददाता सम्मेलन में वो खुलकर कह सकते थे कि हम मायावती का प्रधानमंत्री के रूप में समर्थन में करेंगे।
इस सवाल के जवाब में अखिलेश ने सिर्फ इनता कहा, ‘यूपी के अच्छे भविष्य को देखिए। जो कोई भी प्रधानमंत्री बनेगा, वह यूपी से होगा।’ उन्होंने यह भी कहा कि देश चाहता है कि एक नया प्रधानमंत्री मिले क्योंकि लोग वर्तमान सरकार से बहुत नाराज हैं।