देहरादून
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कारगिल विजय दिवस पर कहा कि आज के उत्तराखंड के परिपेक्ष्य में इतिहास इस बात का गवाह है कि देश को जब भी जरूरत पड़ी उत्तराखंड के सैनिकों ने अगली पंक्ति में खड़े होकर देश की रक्षा का जिम्मा उठाया। आजादी के बाद देश का पहला परमवीर चक्र भी उत्तराखंड के मेजर शर्मा के नाम रहा। कारगिल में 75 सैनिकों ने देश की सीमाओं की सुरक्षा, मान व सम्मान के लिए अपना बलिदान दिया।37 सैनिकों को केंद्र सरकार ने सम्मानित भी किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कारगिल में जिन्होंने भूमिका निभाई उन्हें आज भी पढ़ा जाता है।उनकी वीरांगना और वीरमाताओं को स्मरण करते हैं। कहा कि राज्य सरकार ने ऑपरेशन में शामिल सैनिकों के आश्रितों को नौकरी देने का कार्य किया। कहा कि सरकार सैनिक और उनके परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कारगिल शहीद नागा रेजीमेंट के नायक शहीद देवेंद्र सिंह रावत के कौलागढ़ स्थित आवास पहुंचकर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किए। मुख्यमंत्री ने शहीद देवेंद्र सिंह रावत के आश्रितों को सम्मानित भी किया। इस मौके पर विधायक गणेश जोशी भी मौजूद रहे।