पोर्ट लुईस/नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मॉरीशस के पीएम प्रविंद जगन्नाथ ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मॉरीशस की नई सुप्रीम कोर्ट बिल्डिंग का उद्घाटन किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हुए इस कार्यक्रम में मॉरिशस सुप्रीम कोर्ट के जज, न्याय विभाग के अधिकारी और दोनों देशों के गणमान्य लोग शामिल हुए। सुप्रीम कोर्ट बिल्डिंग के उद्घाटन के मौके पर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आज हम दोनों देशों के बीच की दोस्ती को एक नए ढंग से सेलिब्रेट कर रहे हैं। पोर्ट लुइस में सुप्रीम कोर्ट की बिल्डिंग हमारे सहयोग और साझा मूल्यों की परिचायक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के प्रबंधन को लेकर मैं मॉरिशस की सरकार और लोगों को बधाई देता हूं। मुझे इस बात की खुशी है कि भारत ने भी समय पर दवा की सप्लाई में अपना पूरा योगदान निभाया। प्रधानमंत्री ने कहा, हम न केवल हिंद महासागर के जल को मॉरिशस के साथ साझा करते हैं, बल्कि संस्कृति और भाषा की एक साझी विरासत भी है। हमारी दोस्ती अतीत से ताकत लेती है और भविष्य की ओर देखती है। भारत ने मॉरिशस के लोगों की उपलब्धियों पर गर्व किया है। मॉरिशस ने कड़ी मेहनत और नवाचार के माध्यम से अपनी सफलता का निर्माण किया है। मॉरिशस की भावना प्रेरणादायक है और हमारी साझेदारी आने वाले वर्षों में और मजबूती से आगे बढ़ेगी। इस बिल्डिंग के निर्माण में भारत का बड़ा योगदान है। सुप्रीम कोर्ट की नई इमारत मॉरिशस की राजधानी पोर्ट लुईस में बनी है। मॉरिशस में भारत की सहायता से तैयार यह पहला इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट का यह प्रोजेक्ट भारत सरकार की ओर से मॉरिशस को साल 2016 में दिए गए 35.3 करोड़ डॉलर के ‘विशेष आर्थिक पैकेज’ के तहत शुरू की जा रही पांच इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में से एक है।
पोर्ट लुइस में सुप्रीम कोर्ट की इमारत 4700 वर्ग मीटर क्षेत्र से अधिक क्षेत्र में फैली हुई है और इसमें 10 से अधिक मंजिलें हैं। मॉरिशस में हुए इस कार्य को भारत के विदेश मंत्रालय ने दोनों देशों के बीच विदेश संबंधों में मजबूती का प्रतीक बताया है। भारत के सहयोग से मॉरिशस में कई विकास कार्य चलाए जा रहे हैं। मॉरिशस में मेट्रो रेल लाइन का भी निर्माण कराया जा रहा है। एक्सप्रेस मेट्रो प्रोजेक्ट के तहत पिछले साल सितंबर तक 12 किमी मेट्रो लाइन का निर्माण पूरा हो गया था। अब इस प्रोजेक्ट के दूसरे चरण में 14 किमी मेट्रो लाइन के निर्माण का काम शुरू कर दिया गया है। इसी के साथ एक ईएनटी हॉस्पिटल बन रहा है। 100 बेड वाले आधुनिक हॉस्पिटल के निर्माण में भारत ने बड़ी भूमिका निभाई है।