नई दिल्ली
भारत और चीन के बीच सीमा पर तनाव और चीनी कंपनियों तथा सामान के भारत में बहिष्कार के आह्वान के बावजूद चीन की मोबाइल कंपनी वीवो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की टाइटल प्रायोजक बनी रहेगी। आईपीएल के 13वें संस्करण के संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 19 सितम्बर से आयोजन को भारत सरकार की हरी झंडी मिल गई है।
दरअसल, भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) ने इसके बाद करार की समीक्षा का वादा किया था।आईपीएल जीसी के एक सदस्य ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा, ‘मैं सिर्फ यही कह सकता हूं कि हमारे सभी प्रायोजक हमारे साथ हैं। उम्मीद है कि आप समझ ही गए होंगे।’ आईपीएल टाइटल प्रायोजक विवो प्रत्येक साल करब 440 करोड़ रूपए देता है और पांच साल का यह करार 2022 में समाप्त होगा। मौजूदा वित्तीय कठिन परिस्थितियों को देखते हुए इतने कम समय में बोर्ड के लिए नया प्रायोजक ढूंढना मुश्किल होता।
गौर हो कि आईपीएल संचालन परिषद (जीसी) ने रविवार को हुई वर्चुअल’ बैठक में फैसला किया कि सरकार की मंजूरी मिलने की स्थिति में (अगले दो दिन में मिलने की उम्मीद) टूर्नामेंट 19 सितंबर से 10 नवंबर तक संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तीन स्टेडियमों- दुबई, शारजाह और अबुधाबी- में खेला जाएगा। भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ‘53 दिन के टूर्नामेंट में 10 मैच दोपहर को खेले जाएंगे जो भारतीय समयानुसार साढ़े तीन बजे शुरू होंगे जबकि शाम के मैच भारतीय समयानुसार साढ़े सात बजे शुरू होंगे।’