नई दिल्ली। केंद्र सरकार कोरोना संकट काल के दरम्यान फिर से दिल्ली मेट्रो के परिचालन पर विचार कर रही है। संभवत: 15 अगस्त के बाद सरकार मेट्रो के चलाने पर फैसला ले सकती है। शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी का कहना है कि सरकार अगले हफ्ते में इस बारे में कोई फैसला लेगी। स्पष्ट किया कि शुरुआत में आम लोगों को मेट्रो से यात्रा की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि 50% क्षमता के साथ मेट्रो परिचालन को हरी झंडी दी जा सकती है।
दिल्ली मेट्रो 25 मार्च से ही बंद है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि मेट्रो परिचालन शुरू करने को तैयार हैं लेकिन आखिरी फैसला तो केंद्र सरकार को ही लेना है। पुरी परिचालन बंद रहने से मेट्रो का घाटा और ट्रैफिक जाम बढ़ने का हवाला देकर मेट्रो सिस्टम दोबारा शुरू करने की वकालत करते रहे हैं। उन्होंने कहा कि मेट्रो नियमित तौर पर अपने सिस्टम का परीक्षण कर रही है और वह परिचालन शुरू करने के लिए बिल्कुल तैयार है। सूत्रों की मानें तो केंद्र सरकार देशभर के मेट्रो सिस्टम को एकसाथ खोलने पर विचार कर रहा है, न कि किसी एक महानगर या शहर में। अब इंतजार इसी महीने आने वाली अगले चरण के अनलॉक की गाइडलाइंस का है।
उन्होंने कहा, ‘हम अगले दो हफ्तों में मेट्रो सिस्टम खोलने पर कोई फैसला लेंगे। मानक परिचालन प्रक्रिया (SOP) पर काम चल रहा है। हम मेट्रो बहाली को तैयार हैं लेकिन यह धीरे-धीरे होगा। पहले चरण में 50% से ज्यादा सीटों पर यात्रियों के प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। इसमें भी सरकारी कर्मचारियों, स्वास्थ्यकर्मियों और अन्य अनिवार्य सेवाओं से जुड़े लोगों को ही मेट्रो से आवाजाही की अनुमति होगी।’