ढाका
बांग्लादेश ने चीन के साथ नजदीकी को नकारते हुए कहा है कि भारत के साथ उसके रिश्ते ऐतिहासिक और चट्टान की तरह मजबूत हैं। बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए के अब्दुल मोमिन ने कहा कि भारत-बांग्लादेश संबंधों को कोई भी चीज नुकसान नहीं पहुंचा सकती। उन्होंने यह भी कहा भारत और चीन के साथ संबंधों के परिप्रेक्ष्य अलग-अलग हैं और इनकी तुलना नहीं की जा सकती। मोमिन ने 1971 के मुक्ति संग्राम के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिये भारतीय सीमा से लगे पश्चिमी मेहरपुर में एक स्मारक का दौरा करने के बाद कहा कि हमें समान दृष्टिकोण से संबंधों की तुलना नहीं करनी चाहिये। भारत के साथ हमारे संबंध ऐतिहासिक….चट्टान की तरह मजबूत हैं। यह खून का रिश्ता है जबकि चीन के साथ मुख्य रूप से आर्थिक संबंध हैं। उन्होंने भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों के साथ बांग्लादेश के संबंधों के बारे में पूछने पर कहा कि हमारी जीत भारत की जीत है। हमारा विकास भारत का विकास है….बांग्लादेश-भारत के संबंध को कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता।
मोमिन ने भारत के साथ मौजूदा संबंधों को शानदार करार देते हुए कहा कि दोनों देश अगले साल बांग्लादेश की आजादी की 50वीं सालगिरह मनाने के लिये तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और भारत ने जल बंटवारे के मुद्दे पर बातचीत आगे बढ़ाते हुए भूमि और समुद्री सीमाओं तथा सुरक्षा जैसे द्विपक्षीय मुद्दों को हल किया है।
मोमिन ने कहा कि हालांकि कुछ मुद्दे बाकी हैं…हम उन्हें भी सुलझा लेंगे। उन्होंने भारत और चीन के बीच तनाव पर टिप्पणी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह उनका विषय है, हमारा इससे कोई लेना-देना नहीं है। मोमिन ने कहा कि बांग्लादेश का ध्यान दोनों देशों के साथ रिश्तों को बनाए रखते हुए अपने विकास पर केंद्रित है।