जोधपुर । कोरोना काल के करीब साढ़े चार महीने बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को अपने गृह नगर जोधपुर पहुंचे। वे जैसलमेर से सीधे जोधपुर पहुंचे। उन्होंने एयरपोर्ट पर सोशल डिस्टेंस रखते हुए कार्यकर्ताओं का अभिवादन स्वीकार किया। इसके बाद वह पाक विस्थापितों से मिलने गंगाणा के लिए रवाना हो गए। जोधपुर में करीब दो घंटे रुकने के बाद गहलोत जयपुर के लिए रवाना होंगे।
मुख्यमंत्री मार्च में होली के अवसर पर जोधपुर आए थे। उसके बाद लॉक डाउन और फिर राजनीतिक संग्राम के चलते वे जोधपुर नहीं आ पाए। प्रदेश की राजनीति युद्ध पर अब विराम लग चुका है। तो वह पहली बार गृह नगर जोधपुर में कोरोना की स्थिति की समीक्षा करेंगे।
गहलोत ने पहले गंगाणा पहुंचकर गत रविवार को देचू क्षेत्र में पाक विस्थापित एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया। साथ ही दिवंगत आत्माओं को श्रद्धासुमन अर्पित किये। हालांकि उन्होंने इससे पहले पाक विस्थापितों के सीमान्त लोक संगठन के संयोजन हिन्दूसिंह सोढ़ा से एयरपोर्ट पर मुलाकात कर मामले की पूरी जानकारी ली। गहलोत ने पाक विस्थापितों से कहा कि आपके दर्द को मैं अच्छी तरह से जानता हूं। पहली बार सांसद बनने से लेकर अब तक मैं आप लोगों की लगातार पैरवी करता रहा हूं। आप लोगों को जो भी जरूरत है, उससे अवगत कराएं। यदि इन 11 लोगों की मौत के लिए पुलिस के साथ किसी अन्य से जांच कराना चाहते हो तो खुलकर बता सकते हो। सरकार हर तरह की जांच कराने को तैयार है। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा, चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा व व राजस्व मंत्री हरीश चौधरी भी उनके साथ मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री गहलोत गृह नगर में कोरोना बहुत तेजी से फैलने के सम्बन्ध में जिला प्रशासन व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर कोरोना का फैलाव रोकने के लिए अब तक किए गए उपायों की समीक्षा करेंगे।