केवडिया
भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री तथा प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की सुरक्षा कमान अब सेंट्रल इंडस्ट्रियल सिक्युरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) के हाथों में होगी। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इसकी अनुमति दे दी है। अब 17 अगस्त से सीआईएसएफ के 270 जवान यहां तैनात कर दिए जाएंगे। इसके बाद 2 सितंबर से ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ का कैंपस आम लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की सुरक्षा कमान अभी तक एसआरपी के जवान और नर्मदा पुलिस स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के हाथों में थी। लेकिन, अब ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की सुरक्षा को और पुख्ता करने के लिए यहां सीआईएसएफ के जवानों की तैनाती की जा रही है। वहीं, सरदार सरोवर डैम की सुरक्षा के लिए एसआरपी के जवान तैनात करने का भी फैसला लिया गया है। बता दें, पीएम मोदी 31 अक्टूबर को यहां आने वाले हैं, जिसके लिए भी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के ज्वॉइंट सीईओ निलेश दुबे ने बताया कि ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए गृहमंत्री और गृह मंत्रालय ने यहां सीआईएसएफ के डिप्लॉयमेंट को मंजूरी दी गई है। जवानों के लिए कॉलोनी, मेडिकल फेसिलिटी, ऑफिस और वाहन सहित सभी सुविधाएं की व्यवस्था शुरू कर दी गई है। औपचारिक रूप से 17 अगस्त को सीआईएसएप के 270 जवान ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ की सुरक्षा कमान अपने हाथों में ले लेंगे। वहीं, सरदार सरोवर डैम पर भी एसआरपी की टीम तैनात की जाएगी।