कोरोना का खतरा माता वैष्णवो देवी के दर्शन पर मंडराने लगा है। माता वैष्णवो देवी के दरबार के मुख्य पुजारी सहित 23 कर्मचारी कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। दरबार में फैलते तेजी से कोरोना के प्रसार को देखते हुए माता के दर्शन यात्रा पर ग्रहण लग सकता है। बोर्ड की तरफ से रविवार को यात्रा को शुरु किया गया था। आज यात्रा को शुरु हुए तीसरा दिन हो गया है। साथ ही बोर्ड की तरफ से अपने कर्मचारियों के टेस्ट करवाए गए थे। जिसमें अभी तक मुख्य पुजारी सहित 23 कर्मचारी पॉजिटिव आ चुके है।
संक्रमित लोगों में सुरक्षाकर्मी, पुजारी तथा एक हेड पुजारी शामिल है। ऐसे में इतनी गिनती में अगर किसी इलाके से कोरोना पॉजिटिव आते है तो उस इलाके को रेड जोन बना दिया जाता है। लेकिन बोर्ड की तरफ से इस तरफ अभी कोई कदम नहीं उठाया गया है। उल्टा भक्तों को दर्शन के लिए जाने दिया जा रहा है। करीब 150 कर्मचारियों के टेस्ट अभी बाकी हैं। माता के भवन में तैनात 22 कर्मचारी पॉजिटिव आ चुके हैं। जिसमें अधिकतर पुजारी तथा सुरक्षाकर्मी है। बोर्ड की तरफ से अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन आने वाले भक्तों की गिनती में कमी है। जितनी गिनती को बोर्ड की तरफ से निर्धारित किया गया है। उतने भक्त भी माता के दरबार में माथा टेकने के लिए नहीं पहुंच पा रहे है।
अभी और कर्मचारियों के टेस्ट की रिपोर्ट आना बाकी है। जिससे की पूरा खतरा बना हुआ है। क्योंकि बोर्ड की तरफ से अपने सुरक्षाकर्मियों को यात्रामार्ग पर लगाया गया है। ऐसे में उन कर्मचारियों से ड्यूटी लेकर भक्तों की जांच की जा रही है जिनके अपने दस साथी पॉजिटिव आ चुके है।ए सओपी के अनुसार अगर किसी इलाके में पाजिटिव मामलों की इतनी गिनती बन जाती है तो उस इलाके को कंटोनमेंट जोन बना दिया जाता है। ऐसे में भवन में भी ऐसा होने के आसार बने हुए है। जिससे की भक्तों के लिए यात्रा को बंद किया जा सकता है।