लखनऊ। संगठित अपराध की रीढ़ तोड़ने की उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की कवायद के तहत लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने गुरूवार तड़के पूर्वांचल के माफिया डान और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) विधायक मुख्तार अंसारी के बेटों के नाम यहां दर्ज दो अवैध इमारते बुलडोजर चला कर जमीदोज कर दी। भारी पुलिस बल के साथ एलडीए के अधिकारी लाव लश्कर के साथ हजरतगंज क्षेत्र के पाश इलाके डालीबाग पहुंचे और कालोनी के निकट बाहुबली विधायक की दो इमारतों के ध्वस्तीकरण की कारर्वाई शुरू कर दी। मौके पर मौजूद अधिकारियों ने बताया कि ध्वस्तीकरण का नोटिस 11 अगस्त को जारी किया गया था। जेसीबी मशीन से इमारतों को ढहा दिया गया है। उन्होंने बताया कि एलडीए प्रशासन अवैध इमारतों के मालिकों से बिल्डिंग तोड़ने में आया खर्च और अब तक का किराया भी वसूलेगी। उन्होने बताया कि इस निर्माण के लिए जिम्मेदार रहे तत्कालीन अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी कारर्वाई होगी। मऊ सदर के विधायक मुख्तार अंसारी की अवैध संपत्तियों पर सरकार नजर रखे हुये है। इससे पहले वाराणसी, मऊ और गाजीपुर में विधायक के अवैध कब्जों पर कारर्वाई की जा चुकी है। बसपा विधायक फिलहाल पंजाब की एक जेल में निरूद्ध हैं। ध्वस्तीकरण की कारर्वाई में 200 से अधिक पुलिस कर्मियों ने हिस्सा लिया जबकि मौके पर दो दर्जन से अधिक जेसीबी मशीन मंगायी गयी थी। ध्वस्तीकरण दस्ते से मुख्तार के बेटों अब्बास और उमर की झड़प भी हुई लेकिन टीम ने गेट का ताला तोड़ दिया और सामान निकाल कर कारर्वाई की। सूत्रों ने बताया कि शत्रु संपत्ति पर किसी भी तरह का निर्माण नहीं कराया जा सकता, लेकिन मुख्तार ने बाहुबल के दम पर इस जमीन पर कब्जा किया और पहले मां और दोनों बेटों के नाम जमीन ट्रांसफर करा ली। एलडीए की संयुक्त सचिव ऋतु सुहास ने बताया कि नगर विकास अधिनियम की धारा 27 के तहत कारर्वाई की गई है।