लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शायराना ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि कभी-कभी यूं भी रखी जाती है ‘इंसाफ’ की आबरू.. हिफाजत में रख लिए जाएं कुछ फैसलों के फैसले। अपने दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि जिस प्रकार देशभर के परीक्षार्थियों ने अपनी ‘नापसंदगी’ दर्शाकर अपना रोष दर्ज किया है, उसने साफ कर दिया है कि चिंतित युवा और अभिभावक भी चाहते हैं कि सत्ताधारी अपना दंभ त्यागकर परिवारवालों की मांग सुनें। याद रहे पलटे हुए अंगूठे सत्ता भी पलट देते हैं। ये जनतंत्र हैय मनतंत्र नहीं। एक अन्य ट्वीट में अखिलेश ने कहा कि उप्र में कोरोना के बदतर होते हुए हालतों की वजह से सरकार को अपने अधिकारियों-कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए उन्हें सप्ताह में केवल 4 दिन ही बुलाना चाहिए व हल्के लक्षणवाले मरीजों को घर पर ही क्वारेंटाइन होने की अनुमति देनी चाहिए, जिससे गंभीर मरीजों के लिए अस्पताल में जगह कम न पड़े।