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हैरिस का ट्रंप पर तंज, कहा- ‘कोरोना वैक्सीन के लिए उनके भरोसे नहीं बैठ सकते’

वॉशिंगटन
अमेरिका में नवंबर में राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार एक-दूसरे पर निशाना साधने में जुटे हुए हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी की उप राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार भारतवंशी सीनेटर कमला हैरिस ने एक बार फिर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर निशाना साधा है। हैरिस ने कहा कि वह कोरोना वायरस वैक्सीन के लिए अकेले डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा नहीं करेंगी। उन्होंने कहा कि वह जिसके बारे में बात कर रहे हैं वह एक विश्वसनीय स्रोत होना चाहिए जो प्रभावकारिता और विश्वसनीयता की बात करे। ‘सीएनएन’ को दिए एक साक्षात्कार में, हैरिस ने कहा कि राष्ट्रपति चुनावों से पहले वैक्सीन को अनुमोदित और वितरित किया जाना हमारे लिए मुद्दा बनता जा रहा है। हैरिस ने कहा कि ‘मैं कहूंगी कि मैं ट्रंप पर भरोसा नहीं करूंगी और वह जिसके बारे में बात करें वह एक विश्वसनीय स्रोत होना चाहिए जो प्रभावकारिता और विश्वसनीयता की बात करे। अन्यथा मैं उनकी बात पर भरोसा नहीं करूंगी।’ कुछ दिन पहले डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बिडेन और कमला हैरिस ने डोनाल्ड ट्रंप पर हमला बोलते हुए कहा था कि उन्हें राष्ट्रपति पद की समझ ही नहीं है। जो बिडेन भी अमेरिका में बढ़ रहे कोरोना के मामलों को लेकर कई बार ट्रंप को घेर चुके हैं। उन्होंने कुछ दिन पहले कहा था कि देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के पीछे की वजह ट्रंप का सही समय पर फैसला नहीं लेना है। साथ ही उन्होंने कहा कि ट्रंप देश में हो रहे प्रदर्शनों के लिए भी जिम्मेदार हैं। उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने ट्रंप की कोरोना स्थिति को संभालने और नस्लवाद विरोधी प्रदर्शनों को लेकर उनकी प्रतिक्रिया की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा, ट्रंप को राष्ट्रपति पद की समझ नहीं है।  बिडेन ने कहा कि ‘जबसे कोरोना वायरस सामने आया, राष्ट्रपति ट्रंप ने इसके खतरे को कम करके आंका। उन्होंने विशेषज्ञों की बातों को सुनने से इनकार किया और इसे फैलने से रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया, अब हम इसकी कीमत चुका रहे हैं।’ कमला हैरिस ने कहा कि ‘ट्रंप ने महामारी के खतरे की उपेक्षा की जिसका नतीजा अब हमारे सामने है। हमारी अर्थव्यवस्था पर इसका खासा असर पड़ा है। उन्होंने कभी भी इस बात की सराहना नहीं की कि एक राष्ट्रपति भगवान और देश के सामने शपथ लेता है कि वह अमेरिका की हर खतरे से रक्षा करेगा। यह उनकी ड्यूटी है। लेकिन वह ऐसा करने में बुरी तरह विफल हुए हैं।

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