कराची
पाकिस्तान के विपक्षी गठबंधन के 11-विरोधी गठबंधन की तीसरी सरकार-विरोधी रैली को संबोधित करते हुए, पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-एन (पीएमएल-एन) सुप्रीमो नवाज शरीफ ने कहा, 1999 के भारत और पाकिस्तान कारगिल युद्ध के पीछे कुछ जनरलों का हाथ था, सेना का नहीं। शरीफ, जिन्होंने लंदन से वीडियो के माध्यम से बात की, उन्होंने कहा, ‘कारगिल युद्ध की शुरुआत करने का काम, जिसमें हमारे बहादुर सैनिकों की मौत हो गई थी और दुनिया के सामने पाकिस्तान को अपमानित होना पड़ा है, वो सेना द्वारा नहीं किया गया था, लेकिन कुछ जनरलों द्वारा किया गया था’। शरीफ ने आगे कहा, ‘उन्होंने न केवल सेना बल्कि देश और जनतो को युद्ध में फेंक दिया, जहां से कुछ भी हासिल नहीं किया जा सकता था। वह क्षण मेरे लिए दर्दनाक था जब मुझे पता चला कि हमारे बहादुर सैनिकों ने अफसोस जताया कि जब उन्हें भोजन के बिना चोटियों पर भेजा गया था और उनके पास हथियार भी नहीं थे। उन्होंने अपने प्राणों का बलिदान दिया। लेकिन देश या समुदाय ने क्या हासिल किया?’
शरीफ ने कहा, ये सेनापति, जो कारगिल युद्ध के पीछे थे, उन्होंने ही अपने कार्यों को छिपाने और सजा से बचने के लिए मार्शल लॉ घोषित किया था। उन्होंने आगे कहा कि परवेज मुशर्रफ और उनके साथियों ने निजी लाभ के लिए सेना का इस्तेमाल किया और उन्हें बदनाम किया। शरीफ ने कहा कि पीडीएम असंवैधानिक शक्ति के खिलाफ बढ़ गया है, जिसने पाकिस्तान को अंदर और बाहर से खोखला बना दिया है। इस उत्साह को देखते हुए, मुझे यकीन है कि कोई भी अब अपने वोट को खराब नहीं करेगा।