मुंबई
जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के विरोध पर पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती के बयानों पर संजय राउत ने पलटवार किया है। शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा है कि चाहे फारूक अब्दुल्ला हों या महबूबा मुफ्ती, अगर कोई भारत के संविधान को चुनौती देने के लिए चीन की मदद लेने की बात करता है, तो उन्हें 10 साल के लिए जेल भेजा जाना चाहिए।
संजय राउत ने कहा कि फारूख अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती को गिरफ्तार करके दस साल के लिए अंडमान भेज देना चाहिए। उन्होंने सवाल उठाया कि वे आजाद कैसे घूम रहे हैं ? शिवसेना के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा, ‘बिना किसी सहारे के एक युवक, जिसके परिवार के सदस्य जेल में हैं और सीबीआई और आईटी विभाग उसके पीछे है, बिहार के एक राज्य में सभी को चुनौती दे रहा है। अगर तेजस्वी यादव कल बिहार के सीएम बन गए तो मुझे आश्चर्य नहीं होगा।’
संजय राउत ने कहा, ‘मैं उस लड़के (तेजस्वी यादव) को बहुत साल से फॉलो कर रहा हूं, बहुत लोग मानते थे कि इस चुनाव में वो कमजोर कड़ी है लेकिन वो एक बहुत मजबूत कड़ी उभर कर सामने आया है। और राज्यों में बड़े नेताओं के जो लड़के राजनीति में आए हैं उनसे सबसे सुपर तेजस्वी है।’ चुनाव प्रचार के दौरान बिहार में भाजपा के टीके के वादों में कोई चुनाव आचार उल्लंघन नहीं था? इस सवाल पर संजय राउत ने चुनाव आयोग को भाजपा की शाखा बताते हुए कहा, ‘भारतीय चुनाव आयोग भाजपा की एक शाखा है, इसलिए आप उनसे कुछ और उम्मीद नहीं कर सकते हैं।’