नई दिल्ली
पराली जलाने की ‘सामान्य से अधिक घटनाओं’ के कारण बेहतर वायु संचार का प्रभाव खत्म होने की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता रविवार को भी ‘बहुत खराब’ बनी रही। हालांकि स्थिति में सोमवार तक सुधार होने की उम्मीद है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) सुबह साढ़े आठ बजे 366 मापा गया। शनिवार को 24 घंटे का औसत AQI 367 रहा। यह शुक्रवार को 374, गुरुवार को 395, बुधवार को 297, मंगलवार को 312 और सोमवार को 353 दर्ज किया गया था। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय की वायु गुणवत्ता निगरानी एजेंसी ‘सफर’ के अनुसार, शनिवार को दिल्ली में पीएम 2.5 प्रदूषक कणों में पराली जलाने की भागीदारी 32 प्रतिशत रही, जो शुक्रवार को 19 प्रतिशत और गुरुवार को 36 प्रतिशत थी।
केंद्र सरकार की वायु गुणवत्ता प्रारंभिक चेतावनी प्रणाली के अनुसार शुक्रवार को पराली जलाने की घटनाएं पंजाब (लगभग 4,266), हरियाणा (155), उत्तर प्रदेश (51) और मध्य प्रदेश में (381) रहीं जो असामान्य रूप से अधिक हैं, जिसके कारण दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमोत्तर भारत के अन्य हिस्सों में वायु गुणवत्ता खराब हुई। नासा से प्राप्त सेटेलाइट तस्वीरों में पंजाब में और हरियाणा एवं उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में पराली इत्यादि जलाने की घटनाओं की पुष्टि हुई। सफर ने बताया कि बेहतर वायु संचार के बावजूद दिल्ली के AQI में सुधार नहीं हुआ, लेकिन इसमें आगामी दो दिन में सुधार की उम्मीद है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, रविवार को हवा की दिशा मुख्य रूप से पश्चिमोत्तर रही और हवा की अधिकतम गति 15 किलोमीटर प्रति घंटा रही। ठंडी हवाओं और कम तापमान के कारण प्रदूषक जमीन के निकट रहे, जबकि वायु की अनुकूल रफ्तार के कारण इनके बिखराव में मदद मिली।