मुंबई
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने कॉमेडियन भारती सिंह और उनके पति हर्ष लिम्बाचिया के मुंबई स्थित फ्लैट पर शनिवार को छापा मारकर गांजा जब्त किया है। इसके बाद दंपती को हिरासत में लिया गया है। जांच एजेंसी द्वारा अंधेरी, लोखंडवाला और वर्सोवा सहित तीन अलग-अलग स्थानों पर छापे मारे गए। एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने बताया कि भारती और उनके पति को एनसीबी ने मादक पदार्थों के सेवन के बारे में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। दोनों को आगे की जांच के लिए एनसीबी अपने जोनल कार्यालय लेकर गई है। जानकारी के मुताबिक, एनसीबी की गिरफ्त में आए एक ड्रग पैडलर की निशानदेही पर भारती सिंह और हर्ष लिम्बाचिया के घर पर छापेमारी की गई। उनके घर छापामारी में संदिग्ध पदार्थ मिला है, जो गांजा माना जा रहा है।
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सामने आए ड्रग्स एंगल के बाद से ही एनसीबी लगातार छापेमारी कर रही है। ड्रग्स केस को लेकर एनसीबी का शिकंजा बॉलीवुड सितारों पर कसता जा रहा है। इससे पहले, ड्रग्स केस में शुक्रवार को अर्जुन रामपाल एनसीबी के ऑफिस पहुंचे, जहां उनसे ड्रग्स केस में घंटों पूछताछ हुई। अर्जुन से पहले उनकी लिव इन पार्टनर गैब्रिएला डेमेट्रिएड्स से दो दिनों तक पूछताछ की गई थी। इसके बाद अदालत में अर्जुन रामपाल के दोस्त पॉल बरटेल को पेश किया गया, जहां से बार्टेल को 25 नवंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है। वहीं, सुशांत की मौत के मामले की जांच में ड्रग्स एंगल तलाशने के लिए शुरू हुई नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) की जांच अब दूसरी दिशा में आगे बढ़ रही है। एनसीबी के सामने अब केवल सुशांत केस नहीं है, बल्कि उसे मुंबई के बॉलीवुड में फैले ड्रग्स के कथित गोरखधंधे की जड़ें खोज निकालनी हैं। अब ये जड़ें कहां कहां तक फैली हैं और इसके पीछे कौन से ‘रसूखदार’ काम कर रहे हैं, यह तो जांच के बाद ही साफ हो पाएगा।
एनसीबी के दिल्ली स्थित मुख्यालय के सूत्रों का कहना है कि इस केस में बड़े सिंडिकेट बच रहे हैं। केस की जांच शुरू में इस तरह आगे बढ़ी कि मुंबई और गोवा के कई ऐसे ठिकाने, जहां एजेंसी को ड्रग्स मिलने की उम्मीद थी, वहां सब साफ हो गया। रसूखदार लोगों के होटलों और फार्म हाउस, जहां ड्रग्स मिलना आम बात रही है, परंतु वहां कुछ नहीं मिल सका। ड्रग्स की सप्लाई करने वाले गप्पी के आसपास ही जांच घूम रही है। सिनेमा जगत की चार पांच बड़ी हस्तियों से हुई पूछताछ भी जांच एजेंसी को गप्पी के दायरे से बाहर का रास्ता नहीं दिखा सकी। दूसरी ओर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों नशीले पदार्थों से जुड़े एक मामले में महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। इसमें कहा गया है कि एनडीपीएस एक्ट के तहत किसी पुलिस अधिकारी के समक्ष आरोपी के बयान को सबूत नहीं माना जा सकता है। एनसीबी ने इस मामले में अभी तक 23 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनसे हुई पूछताछ के बाद करीब तीन दर्जन से अधिक जगहों पर छापेमारी की गई है।