कोलंबो
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने हिंद महासागर के अहम द्वीपीय देश मालदीव की रक्षामंत्री मारिया दीदी के साथ द्विपक्षीय साझेदारी पर सौहार्द्रपूर्ण और विस्तृत चर्चा की। डोभाल ने कोलंबो में भारत, श्रीलंका और मालदीव के साथ हुई त्रिपक्षीय वार्ता के तहत दीदी से बातचीत की। उल्लेखनीय है कि भारत और मालदीव के साथ समुद्री सुरक्षा सहयोग पर श्रीलंका राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार स्तर की चौथी वार्ता की मेजबानी कर रहा है।
वर्ष 2014 में नयी दिल्ली में हुई बैठक के छह साल बाद तीनों देशों के बीच एनएसए स्तर की वार्ता हो रही है। मालदीव में भारतीय उच्चायोग ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया कि एनएसए अजित डोभाल और मालदीव की रक्षामंत्री मारिया दीदी ने रक्षा क्षेत्र में भारत और मालदीव के बीच द्विपक्षीय साझेदारी को गहरा करने के लिए सौहार्द्रपूर्ण और विस्तृत चर्चा की। त्रिपक्षीय वार्ता के लिए डोभाल शुक्रवार को कोलंबो पहुंचे थे। इस उच्चस्तरीय बैठक के एजेंडे में समुद्री दस्यु पर लगाम लगाना, सूचना साझा करने, मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाना, कानूनी व्यवस्था सहित समुद्री सुरक्षा के विभिन्न पहलु शामिल है। यह बैठक हिंद-प्रशांत क्षेत्र में प्रभाव बढ़ाने की चीन की कोशिश की बीच हो रही है।
चीन हिंद महासगार में अपनी महत्वाकांक्षी समुद्री रेशम मार्ग योजना में मालदीव को अहम मानता है जबकि श्रीलंका के हम्बनटोटा बंदरगाह और अफ्रीका के जिबूती बंदरगाह का पहले ही अधिग्रहण कर चुका है। वहीं इससे पहले अजित डोभाल श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे से भी मुलाकात की। उन्होंने देश के रक्षा सचिव के साथ भी बैठक कर द्विपक्षीय संबंधों पर विचार-विमर्श किया। एनएसए ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से उन्हें बधाई दी और द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति के लिए दोनों नेताओं के बीच सफल ऑनलाइन द्विपक्षीय शिखर सम्मेलन के योगदान को याद किया।
मोदी ने सितम्बर में सम्मेलन के दौरान श्रीलंकाई प्रधानमंत्री राजपक्षे से व्यापक चर्चा की थी। डोभाल ने श्रीलंका के रक्षा सचिव मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) कमल गुणारत्ने से भी मुलाकात की और वे दोनों देशों के बीच ‘‘मूल्यवान” सहयोग को और बढ़ाने के लिए कई कदमों पर सहमत हुए। नयी दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा था कि एनएसए स्तर की त्रिपक्षीय बैठक हिंद महासागर के देशों के बीच सहयोग बढ़ाने के लिए एक प्रभावी मंच हैं। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा को लेकर सहयोग से जुड़े मुद्दों पर चर्चा होगी।” इस साल डोभाल का श्रीलंका का यह दूसरा दौरा है। इससे पहले वह जनवरी में श्रीलंका आए थे और दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की थी।