नई दिल्ली
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) वीके यादव ने शुक्रवार को कहा कि ”आत्मनिर्भर भारत” अभियान को बढ़ावा देने के तहत मुंबई और अहमदाबाद के बीच चलाई जाने वाली बुलेट ट्रेन परियोजना से संबंधित 72 फीसदी ठेके स्थानीय कंपनियों को दिए जाएंगे। एसोचैम द्वारा आयोजित एक वेबिनार के दौरान यादव ने कहा कि पुल एवं सुरंग बनाने जैसे उच्च मूल्यों के अधिकतर तकनीकी कार्य भारतीय ठेकेदारों द्वारा संभाले जाएंगे जबकि सिग्नल और टेलिकॉम से संबंधित कार्य जापानी कंपनियों द्वारा संभाले जाएंगे। बुलेट ट्रेन की 508 किलोमीटर लंबी इस परियोजना के लिए आने वाली अनुमानित लागत 1.10 लाख करोड़ होगी, जिसमें से 88,000 करोड़ की राशि जापान अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (जेआईसीए) द्वारा भारत को कर्ज के तौर पर मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने कहा, ” जापान की सरकार से विस्तृत चर्चा के बाद, हमने पूरी परियोजना का 72 फीसदी ठेका भारतीय कंपिनयों के लिए रखा है।”