नई दिल्ली
केंद्र सरकार द्वारा संसद में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आज देशभर के किसानों ने ‘भारत बंद’ का आह्वान किया है। किसानों ने सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक यानी चार घंटे का सांकेतिक बंद बुलाया था लेकिन इसका असर सुबह आठ बजे से ही दिखने लगा। तमाम राजनीतिक दलों ने सुबह आठ बजे से ही बंद के तहत विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बंद को देश के सभी विपक्षी दलों ने अपना समर्थन दिया है। इसके अलावा किसान यूनियनें भी किसानों के साथ हैं। किसानों की मांग है कि सरकार इन कानूनों को वापस ले। वहीं बंद के अंतर्गत पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और ओडिशा में ट्रेनों को रोका गया। इसके कारण कई जगहों पर आवाजाही प्रभावित है। दूसरी ओर किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत का कहना है कि हमारा बंद शांतिपूर्ण होगा और यदि कोई इसमें दो-तीन घंटे तक फंसा रह जाता है तो उसे फल और पानी उपलब्ध कराया जाएगा।
तेलंगाना के कामरेड्डी में सड़क परिवहन निगम के कर्मचारी किसान संघों द्वारा बुलाए गए भारत बंद को अपना समर्थन दे रहे हैं। एक बस चालक ने कहा, ‘मुख्यमंत्री ने कृषि कानूनों के खिलाफ आवाज उठाई है। उनके साथ जाते हुए हम आरटीसी के कार्यकर्ता यहां विरोध कर रहे हैं। किसानों के साथ अन्याय नहीं होना चाहिए’।
पश्चिम बंगाल में वामपंथी दलों ने आज किसान यूनियनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के समर्थन में, कोलकाता के जादबपुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे पटरियों पर विरोध प्रदर्शन किया और एक ट्रेन को रोक दिया।
बिहार की राजधानी पटना में केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान यूनियनों ने आज भारत बंद बुलाया है। इसके मद्देनजर पटना में भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। भारत बंद के मद्देनजर बिहार सरकार ने सभी एसपी को आदेश दिया है कि यदि प्रदर्शनकारी कानून-व्यवस्था को हाथ में लेने की कोशिश करें, तो उनपर सख्त कार्रवाई की जाए।
सिंघु सीमा पर सुरक्षाबलों की भारी तैनाती की गई है। सीमा पर किसानों का विरोध प्रदर्शन आज लगातार 13वें दिन जारी है। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान यूनियनों ने आज भारत बंद बुलाया है।
महाराष्ट्र के पुणे में ‘भारत बंद’ के दौरान एपीएमसी का बाजार खुला है। एक स्थानीय व्यापारी सचिन पयगुडे कहते हैं, ‘हम किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हैं। लेकिन हमने आज बाजार खुला रखा है। ऐसे में दूसरे राज्यों से आने वाले कृषि उत्पादों को स्टोर किया जा सकता है वरना वे वे सड़ जाएंगे। इन्हें कल ही बेचा जाएगा’।
दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा, ‘टिकरी, झारोदा बॉर्डर, धनसा किसी भी तरह की ट्रैफिक गतिविधि के लिए बंद हैं। बदुसराय सीमा केवल हल्के मोटर वाहनों जैसे कारों और दोपहिया वाहनों के लिए खुली है। झटीकरा सीमा केवल दोपहिया यातायात के लिए खुली है। दौराला, कापसहेड़ा, राजोखरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेरा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा की सीमाएं हरियाणा जाने के लिए खुली हैं’।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा, ‘हमारा विरोध पूरी तरह से शांतिपूर्ण होगा। अगर हमारे द्वारा बुलाए गए भारत बंद में कोई 2-3 घंटे के लिए फंस जाता है, तो हम उन्हें पानी और फल प्रदान करेंगे। हमारी एक अलग अवधारणा है’।