राष्ट्रपति से मिलने के बाद विपक्षी दलों ने कहा, रद्द हो कृषि कानून

नई दिल्ली
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आंदोलन के बीच विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यानि बुधवार को रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, एनसीपी प्रमुख शरद पवार समेत विपक्ष के 5 नेताओं ने राष्ट्रपति से मुलाकात की। राष्ट्रपति से मिलने के बाद विपक्षी नेताओं ने एक सुर में कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की बातों को समझे।
कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है और तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है। इसी मसले पर 5 विपक्षी दलों के नेता राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। जो नेता राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात करने वाले हैं उनमें शरद पवार, राहुल गांधी, सीपीएम नेता सीताराम येचुरी, सीपीआई महासचिव डी राजा और डीएमके नेता टी के एस इलेनगोवन शामिल हैं। सीताराम येचुरी ने कहा कि 25 से अधिक विपक्षी दलों ने कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ये कानून भारत के हित में नहीं हैं और इससे हमारी खाद्य सुरक्षा को भी खतरा है।
कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग के चलते किसान बीते 14 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं। किसानों के साथ कल रात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बीच बातचीत भी हुई है जोकि बेनतीजा रही है। सरकार की ओर से किसानों को लिखित में प्रस्ताव भेजा गया है, उसे अब किसानों ने खारिज कर दिया है। किसानों ने कहा कि सरकार के 9 सूत्रीय प्रस्‍ताव को हमनें खारिज कर दिया है। किसानों ने कहा कि केंद्र सरकार से प्रस्ताव मिलने के बाद नेताओं ने इस पर विचार किया, जिसके बाद बैठक हुई और इस बैठक में ये फैसला लिया गया कि सरकार का ये प्रस्ताव किसानों को मंजूर नहीं है।

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