मुंबई
मुंबई पुलिस ने रविवार को रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खानचंदानी को कथित टेलीविजन रेटिंग पाइंट (टीआरपी) घोटाले की जांच के सिलसिले में गिरफ्तार किया है। फर्जी टीआरपी घोटाला अक्तूबर में सामने आया था, जब रेटिंग एजेंसी ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (बार्क) ने हंसा रिसर्च ग्रुप के माध्यम से एक शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें आरोप लगाया गया था कि कुछ टेलीविजन चैनल टीआरपी के आंकड़ों में हेराफेरी कर रहे हैं।
हंसा, बार्क की उन कंपनियों में शामिल है, जो घरों में देखे जाने वाले चैनलों व दर्शक संख्या आदि को लेकर शोध करती है। टीआरपी, चुनिंदा घरों में दर्शकों के डाटा को रिकॉर्ड करके मापता है, जो विज्ञापनदाताओं को आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण होता है। पुलिस के अनुसार इन घरों में से कुछ को रिपब्लिक टीवी और कुछ अन्य चैनलों को देखने के लिए रिश्वत दी जा रही थी।
टीआरपी फर्जीवाड़े में विकास खानचंदानी समेत अब तक कुल 13 को गिरफ्तार किया जा चुका है। हंसा रिसर्च के अधिकारी नितिन देवकर की शिकायत पर मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने 6 अक्तूबर का केस दर्ज किया था।
सीईओ की गिरफ्तारी के साथ रिपब्लिक टीवी फिर मुश्किल में है। पिछले माह इसके संपादक अर्नब गोस्वामी को मुंबई पुलिस ने एक इंजीनियर के सुसाइड मामले में गिरफ्तार किया था। इस पर काफी बवाल हुआ था। गोस्वामी को सुप्रीम कोर्ट ने जमानत पर रिहा किया है।