बरेली:कृषि कानून का विरोध करने वाले किसानों को दे रहे धोखा -योगी आदित्यनाथ नाथ

बरेली। केंद्र के कृषि कानूनों को किसान विरोधी करार देते हुए इसके खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन जारी है। कृषि कानून किसानों के हित में है यह बताने के लिए बीजेपी एक के बार एक लगातार रैलियां कर रही है। पीएम नरेंद्र मोदी भी लगातार अपने भाषणों के जरिए विपक्ष पर किसानों को बरगलाने का आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी शासित राज्यों में सीएम से लेकर मंत्री तक किसानों को कृषि कानून उनके हितों का बता रहे हैं। इसी कड़ी में सीएम योगी आदित्यनाथ गुरुवार को बरेली पहुंचे। योगी आदित्यनाथ ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष पर जमकर हमला बोला। योगी ने एक-एक करके कृषि कानूनों की खासियतें गिनाईं। उन्होंने कहा कि विपक्ष और कुछ चुनिंदा लोगों को किसानों की प्रगति और खुशहाली अच्छी नहीं लग रही इसलिए वे विरोध कर रहे हैं और इसीलिए हम लोगों को मजबूरी में आप लोगों के बीच आना पड़ा। बरेली पहुंचे यूपी सीएम योगी, बोले-किसानों के हक में डकैती डालने वाले कर रहे कृषि कानूनों का विरोध सीएम ने गिनाईं कृषि कानून की खूबियां मंडी समाप्त करने की व्यवस्था नहीं है। मंडियां पहले की तरह ही चलेगीं लेकिन निजी क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी जिससे किसानों को उपज का ज्यादा फायदा मिलेगा। किसान बाहर मंडी में अपनी फसल बेच सकेगा लेकिन उसे किसी तरह का टैक्स नहीं लगेगा। नए कृषि कानूने के तहत खेत से लेकर खलिहाल तक, बीज से लेकर बाजार तक चेन विकिसत की गई है। किसानों की आय 2022 तक दोगुनी हो जाएगी। बिचैलिये और दलालों को किया जा रहा बाहर, किसानों के सीधा लाभ दिया जा रहा है। तीन कृषि कानूनों से किसानों की एमएसपी बढ़ेगी। किसानों की जमीनों पर किसी को भी जमीन जब्त करने की अनुमति नहीं है। इस कानून के तहत किसानों से उनकी उपज की बिक्री पर कोई सेस या फीस नहीं ली जाएगी। इन कानूनों से यह सुनिश्चित होगा कि किसानों को उनकी उपज का बेहतर दाम मिले, इससे प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और निजी निवेश के साथ ही कृषि क्षेत्र में अवसंरचना का विकास होगा और रोजगार के अवसर पैदा होगे।

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