इस्लामाबाद
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के अध्यक्ष नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री इमरान खान को अपराधी बताया है। उन्होंने पीटीआई विदेशी फंडिंग मामले में इमरान खान द्वारा अपने दो एजेंटों पर दोष मढ़ते के मामले में उन्हें अपराधी कहा है। ये इमरान खान के आदेशों पर दो अमेरिकी कंपनियों का प्रबंधन का काम देख रहे थे। नवाज शरीफ ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपराधी बताते हुए सवाल उठाया है कि इतने साफ़ सबूत मिलने के बावजूद पाकिस्तान चुनाव आयोग (ईसीपी) इस मामले में कोई कार्रवाई क्यों नहीं कर रहा है?
पाक़िस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने एक वीडियो संदेश में इसका उल्लेख करते हुए यह सवाल उठाया है कि देश पकिस्तान चुनाव आयोग की लापरवाही के खिलाफ विरोध कर रहा है जो वह अपने संवैधानिक कर्तव्यों को पूरा करने में दिखा रहा है। इमरान खान द्वारा अपनी ईमारदारी और नैतिकता पर व्यंग्य करते हुए नवाज शरीफ ने कहा, इमरान खान ईमानदारी का मैडल पहनकर ईमानदारी के नारे लगाते हुए और अपनी प्रशंसा करते हुए यह कहते नहीं थकते कि जवाबदेही उनसे शुरू होनी चाहिए लेकिन अब वही इमरान खान इन्साफ के रास्ते में सबसे बड़ी समस्या बन गए हैं।
पाकिस्तान मुस्लिम लीग (एन) के प्रमुख नवाज शरीफ ने इमरान खान पर जांच में देरी के लिए मुसीबतें पैदा करने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने कहा, ईसीपी ने मार्च 2018 में छानबीन के लिए समिति का गठन किया था और एक महीने में एक रिपोर्ट प्रस्तुत किये जाने का निर्देश दिया था लेकिन लगभग ढाई साल बाद भी कोई रिपोर्ट सामने नहीं आई है। उन्होंने कहा, इमरान खान ने यह खुद स्वीकार किया है कि जब विदेशी फंडिंग की बात आती है तो चीजें गड़बड़ा जाती हैं लेकिन उन्होंने इस गड़बड़ की जिम्मेदारी अपने एजेंटों पर डाल दी और कहा, उन्होंने ऐसा किया होगा। कमीशन को सौंपी गई रिपोर्ट पर शरीफ ने कहा, स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान ने पाकिस्तान चुनाव आयोग को 23 खातों के बारे में जानकारी दी थी, जिनमें से 15 को प्रधानमंत्री ने छुपा दिया और आयोग को दी गई रिपोर्ट में शामिल नहीं किया। नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा, उन्होंने कुल राशि या स्रोत का खुलासा नहीं किया और एक पैसे की रसीद नहीं दी। उन्होंने यह भी कहा, 11 विपक्षी दलों का गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) 19 जनवरी को राजधानी में ईसीपी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन करेगा जिसमें लोगों से विपक्ष के मार्च में शामिल होने और देश को “अन्याय” से बचाने का आग्रह किया जाएगा।