लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वर्तमान राज्य सरकार प्रदेश की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कृतसंकल्पित है। इसके दृष्टिगत प्रदेश सरकार द्वारा निरन्तर चिकित्सा सेवाओं को सुदृढ़ किया जा रहा है। प्रधानमंत्री के कुशल मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार कोरोना के खिलाफ जंग को सफलतापूर्वक लड़ रही है, जिसके कारण राज्य में इस महामारी की स्थिति नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाॅक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस पर अंतिम प्रहार करने के लिए पूरे देश में कोविड वैक्सीनेशन अभियान प्रगति पर है। उत्तर प्रदेश में कोरोना टीकाकरण अभियान के प्रथम चरण में हेल्थ वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसके तहत आगामी 28 व 29 जनवरी को सम्पन्न किये जाने वाले वैक्सीनेशन कार्य की सभी तैयारियां समय से सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि कोविड वैक्सीनेशन अभियान निरन्तर भारत सरकार की गाइडलाइन्स एवं क्रम के अनुसार संचालित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज हुई है, किन्तु कोविड-19 का खतरा अभी टला नहीं है। इसलिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सतर्कता बरतना आवश्यक है। उन्होंने कोविड-19 से बचाव व नियंत्रण की प्रभावी व्यवस्था को बनाये रखने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि समस्त कोविड चिकित्सालयों में आवश्यक औषधियों, बैकअप सहित आॅक्सीजन तथा मेडिकल उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता निरन्तर बनी रहे। कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने में मेडिकल टेस्टिंग के महत्वपूर्ण योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि काॅन्टेक्ट टेªसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाये रखें। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपदों में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर सुचारू ढंग से कार्यशील रहें। इनके माध्यम से कोरोना संक्रमण के नियंत्रण हेतु जिला स्तर पर संचालित गतिविधियों की नियमित समीक्षा की जाए। सभी जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों द्वारा सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में प्रतिदिन बैठक कर आगामी रणनीति का निर्धारण किया जाए। उन्होंने कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में लोगों को विभिन्न प्रचार साधनों तथा पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से निरन्तर जागरूक किये जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि आम जनता को कम दाम पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र के स्थापना कार्य को गति दी जाए। इसके अन्तर्गत नये औषधि केन्द्रों को खोले जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्रों की संख्या में वृद्धि होने से लोगों को सुगमतापूर्वक कम मूल्य की औषधियां उपलब्ध होंगी। उन्होंने बर्ड फ्लू के दृष्टिगत सतर्कता बरतने के निर्देश दिये हैं। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव वित्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव चिकित्सा शिक्षा डाॅ0 रजनीश दुबे, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।