भारत की पूर्वोत्तर की सीमा से सटा एक मुल्क है म्यांमार जिसे एक समय बर्मा के नाम से भी जाना जाता था। जहां 1 फरवरी 2021 को हुए सैन्य तख्तापलट ने दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। म्यामांर की सेना लोकतंत्र समर्थक विद्रोहियों के साथ लड़ाई लड़ रही है।
भारत की सामा के पास सर्जिकल स्ट्राइक देखने को मिली है और लड़ाकू विमान बम बरसाते भी नजर आए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक म्यांमार के लड़ाकू विमानों ने मिजोरम से सटी भारतीय सीमा के पास बम बरसाए हैं। बता दें कि म्यांमार में इस वक्त सेना का शासन है। 2021 में म्यांमार में तख्तापलट हुआ था। म्यामांर की सेना लोकतंत्र समर्थक विद्रोहियों के साथ लड़ाई लड़ रही है। लोकतंत्र समर्थक शक्तियों को खूनी संघर्ष के जरिए सेना कुचलने में लगी है।
भारत की पूर्वोत्तर की सीमा से सटा एक मुल्क है म्यांमार जिसे एक समय बर्मा के नाम से भी जाना जाता था। जहां 1 फरवरी 2021 को हुए सैन्य तख्तापलट ने दुनियाभर का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था। भारत समेत कई देशों ने इस सैन्य तख्तापलट का विरोध भी जताया था। सेना ने आंग सांग सू की सरकार को हटाकर सत्ता पर कब्जा कर लिया था। तभी से म्यांमार में कई लोग और संगठन सैन्य शासन का विरोध कर रहे हैं। म्यांमार में कई लोग अभी भी ऐसे हैं जो सेना के शासन को नहीं मानते हैं। इन्हीं में से एक गुट का नाम चिन नेशनल फ्रंट है । इसके लड़ाकू विभाग कुकी-चिन नेशनल आर्मी (केएनए) के हेडक्वाटर पर म्यांमार के लड़ाकू विमानों ने हमला किया है।
बताया जा रहा है कि जिस जगह पर एयर स्ट्राइक हुई है वहां ट्रेनिंग कैंप चल रहा था। ये कैंप मिजोरम की सीमा से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार एक दूसरे विद्रोही का कहना है कि इस हमले के बाद दहशत फैल गई है। बता दें ये कोई पहला मौका नहीं है जब विद्रोही गुटों को म्यांमार की सेना की तरफ से निशाना बनाया गया हो। इससे पहले अक्टूबर में उत्तरी म्यांमार के काचिन राज्य में सेना ने एक संगीत कार्यक्रम पर एयर स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इसमें कम से कम 80 लोगों की जाने चली गई थी।