नेपाल के‌ रास्ते भारत आई सीमा हैदर केस: पाकिस्तान में हिंदुओं पर हमले की खुलेआम धमकी, सत्संग रद्द, मंदिरों में नहीं जा रहे लोग


रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल

पाकिस्तान से अपनी मोहब्बत के लिए सीमा हैदर भाग कर नेपाल होकर भारत आई थीं। यहां उन्होंने हिंदू धर्म भी स्वीकार कर लिया। लेकिन अब इस घटना से पाकिस्तानी हिंदुओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। पाकिस्तान के डकैतों ने हिंदू मंदिरों पर हमले की धमकी दी, जिसके बाद लोग डरे हुए हैं।

पाकिस्तान से आई सीमा हैदर ने हिंदू धर्म अपना लिया था
इस घटना के बाद पाकिस्तान में हिंदुओं को धमकी मिल रही है
धमकी के बाद सिंध में रहने वाले हिंदू डरे हुए हैं

अपनी मोहब्बत के लिए नेपाल होकर भारत भाग कर आईं सीमा हैदर ने पाकिस्तान में रह रहे हिंदुओं के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। सीमा हैदर की मुलाकात पबजी गेम के जरिए भारत के सचिन से हुई थी। कुछ दिनों की बातचीत के बाद वह सबकुछ छोड़कर भारत आ गईं और उन्होंने हिंदू धर्म अपना लिया। लेकिन उनके भारत आने के कारण पाकिस्तान में रहने वाले हिंदुओं और मंदिरों पर हमले की धमकी कट्टरपंथी दे रहे हैं। सीमा हैदर मामले के बाद डकैतों की ओर से धमकी के कारण सिंध के हिंदू डरे हैं। लोगों ने मंदिरों में जाना कम कर दिया है।
डकैतों की ओर से धमकी मिलने के बाद मंदिरों के करीब और स्थानीय इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है। सिंध के कच्चा इलाके में गैंग चलाने वाले डकैत उमर शार ने धमकी दी, ‘अगर हमारी सीमा का मुद्दा हल नहीं हुआ तो मैं बक्शपुर, काशमोर और बाकी इलाकों में मंदिरों पर हमला करूंगा।’ जब वह धमकी भरा वीडियो बना रहा था तब उसके हाथ में कई ग्रेनेड थे। वह अपने साथियों के साथ बैठा था। उसने यह भी कहा कि इन लोगों को पहले ही टार्गेट सौंप दिए गए हैं।

सत्संग किया गया रद्द
उमर शार ने एसएसपी घोटकी तनवीर तुनियो को चेतावनी देते हुए कहा कि पुलिस भी हमले से हिंदुओं को नहीं बचा पाएगी। सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आ रहे हैं, जिससे ऐसा लग रहा है, जैसे सीमा की घर वापसी का जिम्मा डकैतों ने उठा लिया है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने सूत्रों के हवाले से बताया कि हिंदू मंदिरों की देखभाल करने वालों को उनकी एक्टिविटी को प्रतिबंधित करने का निर्देश दिया गया है। एक स्थानीय हिंदू ने बताया कि इलाके में होने वाला एक सत्संग सुरक्षा को देखते हुए रद्द कर दिया गया।
हिंदुओं को खतरा
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 300 महिलाएं सत्संग में पूजा करती हैं। लेकिन एहतियाती उपाय के तहत हमने इसे रद्द कर दिया है। एक अन्य स्थानीय हिंदू ने कहा, ‘कोई उचित सुरक्षा नहीं है। मैं इससे संतुष्ट नहीं हूं।’ वहीं एक शख्स ने कहा, ‘सीमा के मामले से हमारा कोई संबंध नहीं है। हमारी लड़कियों का नियमित अपहरण हो रहा है और उन्हें जबरन इस्लाम कबूल कराया जा रहा है।’ उन्होंन यह भी कहा कि सिंध में कानून व्यवस्था हिंदुओं के अनुकूल नहीं है

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