रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल
नेपाल में विमानन नियामक ने एक घातक दुर्घटना के बाद दो महीने के लिए हेलीकॉप्टरों के गैर-आवश्यक उड़ानों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध दर्शनीय स्थलों की यात्रा पर भी लागू होगा।
नेपाल की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस प्रतिबंध की जानकारी दी है। नए नियमों के मुताबिक मुताबिक पहाड़ दिखाने वाली उड़ानें, अतिरिक्त लोड ऑपरेशन और हेलिकॉप्टर से फूल बरसाने जैसी गैरजरूरी उड़ानें सितंबर पर प्रतिबंधित रहेंगी।
नेपाल में हाल ही में हुए एक और हेलिकॉप्टर हादसे के बाद सरकार ने यह प्रतिबंध लगाया है। आपको बता दें कि पूर्वी नेपाल में माउंट एवरेस्ट के पास एक निजी वाणिज्यिक हेलीकॉप्टर मंगलवार की सुबह एक हेलिकॉप्टर हादसे का शिकार हो गया था। इसमें पांच मैक्सिकन पर्यटकों और एक नेपाली पायलट सहित छह लोगों की मौत हो गई।
हेलिकॉप्टर एवरेस्ट क्षेत्र से राजधानी काठमांडू के लिए निकला था। रिपोर्ट के अनुसार मनांग एयर का हेलीकॉप्टर मंगलवार सुबह उड़ान भरने के महज 8 मिनट बाद ही संपर्क से बाहर हो गया था।
चश्मदीदों के मुताबिक हेलिकॉप्टर एक पेड़ से टकराया। नेपाल ने मंगलवार को हुई दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए एक जांच समिति का गठन किया है। आपको बता दें कि दुनिया के सबसे ऊंचे 14 पर्वत शिखरों में से आठ नेपाल में स्थित हैं। इन चोटियों को दिखाने के लिए कई एयरलाइन कंपनियां छोटे एयरपोर्टों से दुर्गम इलाकों के लिए उड़ान भरती हैं।
मई महीने बाद इन इलाकों में बहुत कम उड़ानें होती हैं। माउंट एवरेस्ट समेत कई चोटियों के आस पास उड़ान भरते समय इन हेलिकॉप्टरों को घने बादलों और लगातार बदले मौसम का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इन इलाकों में उड़ान भरना चुनौतीपूर्ण होता है। बीते 14 महीने में नेपाल में ऐसे 3 बड़े हादसे हो चुके हैं।
इससे नेपाल के पोखरा में 15 जनवरी 2023 को यति एयरलाइंस का एक यात्री विमान क्रैश हो गया था। इस विमान हादसे में कुल 72 लोगों की जान चली गई थी। जिनमें 68 यात्री और चार क्रू मेंबर्स थे। विमान पोखरा के समीप ही पहुंचा था कि लैंडिंग से महज 10 सेकंड पहले क्रैश हो गया था।
बीते साल 29 मई, 2022 को मस्टैंग जिले में तारा एयर का एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दौरान उसमें सवार सभी 22 लोगों की मौत हो गई थी। इस दुर्घटना में चार भारतीयों की भी मौत हो गई थी।