रिपोर्टर रत्न गुप्ता सोनौली /नेपाल
सचिन मीणा के प्यार की खातिर भारत में अवैध रूप से दाखिल हुई सीमा हैदर को आखिर जांच एजेंसियां क्लीन चिट क्यों नही दे पा रही हैं. क्या एजेंसियों को सीमा हैदर के दिए गए बयानों पर भरोसा नहीं है जिसकी वजह से सीमा हैदर और सचिन से पिछले कुछ दिनों में अचानक सवालों का दायरा बढ़ा दिया गया है…
उत्तर प्रदेश पुलिस का आतंक रोधी दस्ता (UP ATS) पाकिस्तानी नागरिक सीमा हैदर को लेकर अपनी जांच में इशारा कर चुकी है कि वह सचिन मीणा के प्यार की खातिर भारत में अवैध रूप से दाखिल हुई है. यूपी ATS के दावों के मुताबिक उनकी जांच में कोई जासूसी एंगल नहीं निकला है.
उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने भी पिछले दिनों कहा था कि जबतक ‘हमारे पास पर्याप्त सबूत न हो’ तब तक यह कहना उचित नहीं होगा कि सीमा हैदर एक जासूस है. हालांकि यूपी ATS के आश्वस्त होने के बाद भी भारतीय जांच एजेंसियां सीमा हैदर को आखिर क्यों क्लीन चिट नहीं दे पा रही हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या सीमा हैदर मामले की तफ्तीश सुलझने के बजाय उलझ रही है?
सीमा हैदर मामले में उठ रहे ये सवाल
पहला सवाल तो यह उठ रहा है कि पिछले 6 दिनों में सीमा हैदर और सचिन मीणा घर से अचानक कहां गायब हो गए. अगर उनसे पूछताछ पूरी हो गई है तो दोनों को घर पर न रखकर किसी सेफ हाउस में रखने की क्या जरूरत पड़ गई. क्या एजेंसियां सीमा हैदर के पाकिस्तान कनेक्शन का पर्दा हटाना चाहती है या अब जांच सचिन मीणा के इर्द-गिर्द भी घूमने लगी है.
आधार बनवाने की जानकारी क्यों छुपाई?
सूत्रों के मुताबिक, जब यूपी ATS पूछताछ और जांच खत्म करने का दावा कर रही थी. हालांकि इसके बाद वह अचानक बुलंदशहर पहुंच गई, जहां सीमा हैदर के फर्जी आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही थी. ऐसे में एक सवाल यह भी किया जा रहा है कि यह जानकारी अचानक कैसे जांच टीमों तक पहुंची, जबकि सचिन और सीमा ने फर्जी आधार कार्ड बनवाने की प्रक्रिया मई महीने में ही शुरू की थी. एक सवाल यह भी है कि क्या सीमा हैदर के फर्जी आधार कार्ड की जानकारी को जांच टीमों से अब तक छिपाया गया था ताकि सीमा हैदर का भारतीय आधार कार्ड बन सके.
पाकिस्तान के सिंध प्रांत की रहने वाली सीमा हैदर का कहना है कि वह वर्ष 2019-20 में ऑनलाइन गेम पबजी खेलते समय सचिन के संपर्क में आई और दोनों के बीच व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर बातचीत होने लगी. सीमा 13 मई को नेपाल के रास्ते एक बस में अपने चार बच्चों के साथ अवैध रूप से भारत में दाखिल हुई थी. उसका कहना है कि वह ग्रेटर नोएडा के रबूपुरा इलाके में रहने वाले सचिन के साथ रहने आई थी.
4 जुलाई को स्थानीय पुलिस ने सीमा को अवैध रूप से भारत में प्रवेश करने के आरोप में गिरफ्तार किया था और मीणा को अवैध अप्रवासियों को शरण देने के लिए गिरफ्तार किया गया था. हालांकि, उन दोनों को 7 जुलाई को एक स्थानीय अदालत ने जमानत दे दी थी और वे अपने चार बच्चों के साथ रबूपुरा के एक घर में रह रहे हैं.