रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल
नेपाल पड़ोसी देश में गांजे (Marijuana) और भांग (Cannabis) की खेती को बढ़ावा देने और वैध करने के लिए मांग उठ थी तीन सार पहले नेपा के सांसद चाहते हैं कि उनके देश में 47 साल पहले लगा प्रतिबंध हटाया जाए और गांजे-भांग की खेती को बढ़ावा दिया जाए.
उस समय यहां की सरकार के 46 सांसद चाहते थे कि सरकार गांजे और भांग की खेती को वैध कर दे. इसके बदले शराब के आयात पर प्रतिबंध लगा दे.
नेपाल में 47 साल यानी 1973 से ही गांजे (Marijuana) और भांग (Cannabis) की खेती पर प्रतिबंध लगा हुआ है. सरकार के सामने 46 सांसदों की ओर से यह प्रस्ताव मकावनपुर के सांसद बिरोध खातीवाड़ा ने रखा था.
इन सांसदों ने नेपाल की सरकार को बताया है कि अमेरिका, कनाडा और जर्मनी में 1970 के दशक में गांजे (Marijuana) और भांग (Cannabis) की खेती पर प्रतिबंध था. लेकिन इन सभी देशों ने अब इनकी खेती और उत्पादन पर से प्रतिबंध हटा दिया है.
मकावनपुर नेपाल के उन जिलों में से है जहां सबसे ज्यादा गांजे (Marijuana) और भांग (Cannabis) की खेती होती है लेकिन अवैध रूप से. अब यहां के सांसद बिरोध खातीवाड़ा चाहते थे कि यह वैध हो जाए तो इसके किसानों की दिक्कत कम हो जाएगी.
सांसद बिरोध खातीवाड़ा ने कहा था कि गांजे (Marijuana) और भांग (Cannabis) की खेती और उत्पादन के बाद देश में ही इससे दवाइयां बनेंगी. हम विदेशों में दवाइयों के लिए इनका निर्यात कर सकेंगे. इससे देश को फायदा होगा.
नेपाल सरकार के सूचना एवं संचार मंत्रालय के प्रवक्ता रहे गोकुल बासकोटा ने बताया था की 46 सांसदों ने गांजे (Marijuana) और भांग (Cannabis) की खेती और उत्पादन की मांग उठाई है लेकिन अभी तक सरकार ने इसपर कोई फैसला नहीं लिया है । इस समय नेपाल सरकार को शराब से करोणो रुपये का राजश्वय आ रहा है । नेपाल मे गाव गाव मे शराब आसानी से मील रही है । लोग कहते है सुर्य अस्त नेपाल मस्त ।