रिपोर्टर रतन गुप्ता
बाराबंकी जिले में सरयू नदी इस समय उफान पर है. इस वजह से करीब 50 गांव की पच्चीस हजार से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है.
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में सरयू नदी इस समय उफान पर है. नदी किनारे बसे गांवों में नदी कहर ढहा रही है. सरयू का जलस्तर खतरे के निशान से करीब 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है. इस वजह से करीब 50 गांव में पच्चीस हजार से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ गई है. इन गांवों के तालाब और रास्ते पूरी तौर से जलमग्न हो गए हैं. इस कारण आवागमन बंद होने लगा है. वहीं, नदी के उस पार बसे 5 गांव टापू बन गए हैं.
बाराबंकी जिले की तीन तहसीलें इस समय सरयू नदी की चपेट में आ गई हैं. तहसील सिरौली गौसपुर क्षेत्र में बसे तिलवारी, रायपुर, मांझा, परसवाल, नब्बन, पुरवा जैसे तमाम गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. जहां लोग अपने जानवरों के साथ पलायन कर रहे हैं. कुछ गांवो में अधिक पानी होने से लोग नावों के सहारे घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं.
पीड़ितों को सुरक्षित स्थान पर लाने की तैयारी
वहीं, बाढ़ के पानी की चपेट में आने से कई संपर्क मार्ग पानी में पूरी तरह डूब गए हैं. इससे गांव का आवागमन भी प्रभावित है. कुछ जगहों पर प्रशासन द्वारा पीड़ितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है. वहीं, कुछ जगह पर अभी भी प्रशासन की तरफ से ना तो कोई मदद पहुंची है.
सरयू नदी के कहर में डूबे बाराबंकी के कई गांव
बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि गांव और घरों में ज्यादा पानी आ गया है जिससे रहना खाना मुश्किल हो गया है. हर जगह पानी भर गया है. हम लोग ना तो खाना बना सकते हैं ना तो सही से रह सकते हैं. साथ ही जो नल थे वह भी डूब गए हैं जिससे पानी की भी काफी दिक्कत है. इसके अलावा जहरीले जीव जंतु का भी खतरा बढ़ रहा है.