रिपोर्टर रतन गुप्ता महराजगंज
महराजगंज के सिसवा बाजार में खोइया व्यापारी से 4,90,000 रुपये लूट बावरिया गिरोह ने की थी। इस मामले का खुलासा घटना के करीब तीन माह बाद हुआ। लूट में शामिल बावरिया गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। दोनों के पास से 25,000 रुपये बरामद हुए। उनके पास से मिली बाइक को सीज कर दिया गया।
पुलिस के अनुसार, 22 मई 2023 को थाना कोठीभार क्षेत्र के सिसवा कस्बे में खोइया व्यापारी से हुई 4,90,000 रुपये की लूट के संबंध में सीसीटीवी फुटेज, फोटो की मदद से पता लगाया जा रहा था। इस बीच पता चला कि तीन अगस्त 2023 को जनपद बलिया के थाना हल्दी में बावरिया गिरोह का व्यक्ति को पकड़ा गया है। उसी तरह का व्यक्ति कुछ महीने पहले जनपद महराजगंज में भी देखा गया है, अगर वहां से संपर्क किया जाता तो सिसवा बाजार में हुई लूट के संबंध में पता लगाया जा सकता है। इस सूचना पर थाना कोठीभार से एक टीम बलिया के लिए रवाना की गई, तो पता चला कि थाना कोठीभार में जो लूट 22 मई 2023 को हुई थी, उसमें पीछे बैठा व्यक्ति जो लाल रंग का गमछा डाले हुए व हल्की गुलाबी रंग की टी-शर्ट पहने हुए है, उसी हुलिया का व्यक्ति जनपद कुशीनगर में मौजूद है। उसका नाम टिकोरी उर्फ दिलीप कुमार है।
17 अगस्त 2023 को पता चला कि टिकोरी उर्फ दिलीप कुमार मोटरसाइकिल से जनपद कुशीनगर की तरफ से आ रहा है। काली टी-शर्ट पहने लड़का गाड़ी चला रहा है। इस सूचना पर टीम बेलवा घाट बैरियर से 100 मीटर पहले जांच में जुट गई। एक मोटर साइकिल पर सवार दो व्यक्ति आते हुए दिखाई दिए। उनको रोकने का इशारा किया गया तो बाइक मोड़कर भागने लगे। टीम ने दौड़कर कर दोनों को पकड़ लिया। बाइक चला रहे व्यक्ति ने अपना नाम सोनू सिंह बावरिया निवासी ग्राम दुधली पतनी प्रतापपुर थाना झिनझाना जिला शामली बताया। पीछे बैठे हुए व्यक्ति ने अपना नाम टिकोरी उर्फ दिलीप कुमार निवासी ग्राम डढ़वार खुर्द थाना फरेंदा जिला महराजगंज बताया। वह अपना चेहरा बार-बार ढक कर बोल रहा था। सिसवा बाजार में हुई लूट की घटना से संबंधित पंजाब नेशनल बैंक व पल्लू सिंह के कार्यालय में लगे सीसीटीवी फुटेज से मिले फोटो के आधार पर टिकोरी उर्फ दिलीप कुमार के चेहरे व कपड़ों का मिलान किया गया तो हुलिया एक ही मिला।
प्रभारी निरीक्षक कोठीभार सुनील कुमार राय ने बताया कि सोनू सिंह के पास दस हजार रुपये व टिकोरी उर्फ दिलीप कुमार के पास से पंद्रह हजार रुपये बरामद हुए। बाइक को सीज कर दिया गया। दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया।
पहले बैंक के पास की रेकी, फिर मौका देख लूटी थी रकम
दोनों आरोपियों पुलिस को बताया कि हम लोग सोमपाल बावरिया निवासी खेरी जुनारदार अहमदगढ़ थाना झिंझाना जिला शामली गैंग के सदस्य हैं। सोमपाल मई के महीने में फरेंदा आकर हम लोगों के यहां रुका था, इसके पहले उसने जौनपुर में भी कई वारदातें की। उसने हम लोगो को बैंक से रुपया निकालकर लाने वाले व्यक्तियों की रेकी करने का तरीका बताया। कई बार विभिन्न कस्बों में रेकी कराई। 22 मई 2023 को तीनों लोगों ने कस्बा सिसवा बाजार में पंजाब नेशनल बैंक में सुबह 10 बजे से बैंक से पैसा निकालने वालों की रेकी की थी। रेकी के दौरान दो युवकों को बैंक में काफी रुपया जमा करते देखा था। कुछ बैग में भरकर मोटरसाइकिल की डिकी में रखते हुए देखा और मौका देखकर रुपये से लूट कर फरार हो गए।
लूट की रकम बंटवारे में मिली कम तो किया झगड़ा
–पूछताछ में पता चला कि रकम लूटने के बाद मोटरसाइकिल चला रहा सोमपाल सोनू सिंह घर पहुंचा, जहां सोमपाल ने दोनों को पचास-पचास हजार रुपये हिस्सा दिया। सोमपाल सोनू सिंह का जीजा है। गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि हम लोगों को पता चला कि जो लूट हम तीनों ने प्लान बनाकर की थी, उसमें रकम ज्यादा थी, तो सोमपाल हम लोगों से झगड़ा करके बलिया चला गया। बलिया में अपने साथियों के साथ सिसवा बाजार में लूट में उपयोग की गई मोटरसाइकिल सहित 03 अगस्त 2023 को थाना हल्दी जिला बलिया में पुलिस ने मुठभेड़ में पकड़ लिया। साथियों के साथ मिलकर कई महिलाओं के गले से सोने की चेन व पर्स छीने था। अभी भी सोमपाल बलिया जेल में बंद है।
बावरिया गिरोह का मुख्य सरगना बलिया में गिरफ्तार
जनपद बलिया के थाना हल्दी में बावरिया गिरोह का गैंग पकड़ा गया है, जो पूर्वांचल के विभिन्न जनपदों में लूट, चोरी को अंजाम दे रहे हैं। बावरिया गिरोह का मुख्य गैंग लीडर सोमपाल बावरिया निवासी अहमदगढ़ थाना झिनझाना जनपद शामली भी पकड़ा गया है। जनपद जौनपुर के थाना लाइन बाजार का गैंगस्टर है। पुलिस की पकड़ से बचने के लिए घटना के समय किसी भी मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना व जिस गाड़ी से घटना को अंजाम देते हैं, उसे दूसरे जनपदों मे भेज देना और घटना के समय पहने गए कपड़ों को दुबारा नहीं पहनना उनकी स्ट्रेटजी थी।
इन जनपदों में घटनाओं को देते थे अंजाम
-जनपद जौनपुर, गाजीपुर, देवरिया, गोरखपुर, महराजगंज , बलिया, चंडीगंढ (पंजाब), लुधियाना (पंजाब) आदि जनपदों में लूट और चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे