रिपोर्टर रतन गुप्ता सोनौली /नेपाल
सोनौली बार्डर से नशीली दवा ,और मादक पदार्थों की तस्करी जोरों से जारी है । पैकिंग कर छोटे-छोटे बॉक्स में कैरियर के जरिये नशीली दवा नेपाल पहुंच रही है। नेपाल के सीमावर्ती गांवों में सुरक्षित स्थान बनाया गया है, यहां से सीधी आपूर्ति नशे का प्रयोग करने वाले युवाओं तक होती है। सरहद पर पकड़े जाने के डर से यह व्यवस्था बनाई गई है। इसमें विक्रेता व क्रेता दोनों का फायदा हो रहा है। सीमावर्ती क्षेत्र में अवैध दुकानों से इस काले धंधे को तेजी से किया जा रहा है।
सीमावर्ती क्षेत्र के कई स्थानों पर पड़ताल के दौरान तस्करों के बदले तरीकों के बारे में जानकारी हुई। इस अवैध धंधे से जुड़े रहने वाले लोग नेपाल के तमाम गांवों में एजेंट रखे हैं, उन्हीं के जरिये नेपाल में पोखर तक नशीली दवाएं पहुंचा दी हैं। एक छोटे से बॉक्स में कम से कम पांच हजार की नशीली दवा भेजी जाती है। सरहद पार कराने वाले को 800 से 1000 रुपये दिए जाते हैं। यह कार्य ज्यादातर साइकिल से जाने वाले कर रहे हैं। दिन में एक दो बार ही एक व्यक्ति को तस्कर भेजते हैं। ऐसा करने से सुरक्षा कर्मियों की नजर में कैरियर चढ़ते नहीं हैं। ठूठीबारी, झुलनीपुर, बरगदवा, भगवानपुर, खनुआ, हरदीडाली समेत अन्य क्षेत्रों से होकर आसानी से इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। नशीली दवाओं की खेप को साइकिल के पीछे रखकर आसानी से मुख्य रास्तों से भी सरहद पार करा दिया जाता है।
रेंगहिया, बहुआर समेत अन्य स्थानों पर खुली बगैर लाइसेंसी दवा की दुकानों पर नेपाली युवाओं की भीड़ नहीं दिखी। आसपास के लोगों ने बताया कि इन दिनों नेपाली युवक कम आ रहे हैं, उनको वहीं से बैठे ही सामान मिल जा रहा है, तो वह क्याें आएंगे। इस काले धंधे को नेपाली सीमा आसान बना रही है। नेपाली ग्राहक अपने ऑर्डर फोन पर ही देते हैं। यहां से एक व्यक्ति को गत्ते में पैक कर नशीली दवा नेपाल भेज दी जाती है। नेपाली युवकों को पकड़े का जाने का डर नहीं रहता है।
सूत्र बता रहे हैं कि एक क्षेत्र से करीब 15 से 20 साइकिल वाले इस काम लगे हैं। 300 से अधिक लोगों को इसमें शामिल किया गया है, जो नशीली दवा सरहद पार करते हैं। सीमावर्ती क्षेत्र में इस धंधे से जुड़े लोग लाखों की आमदनी कर रकम जमीन खरीदने में लगा रहे हैं।
अपर पुलिस अधीक्षक आतिश कुमार सिंह ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में निगरानी की जा रही है। जांच के दौरान समय-समय पर बरामदगी की जाती है।
नेपाल में युवा ज्यादा पसंद करते हैं नशीली दवा
पड़ोसी देश नेपाल में नशे के रूप में प्रयोग की जाने वाली दवाओं को वहां के युवा ज्यादा पसंद करते हैं। कारण ये है कि ये दवाएं भले ही जानलेवा हैं, लेकिन सस्ते में ही उनकी नशे की डोज पूरी हो जाती है। यही वजह है कि तस्कर इसका पूरा फायदा उठाकर मालामाल हो रहे हैं।
नेपाल में नेटवर्क बनाकर भारत से कर रहे तस्करी
सूत्रों के अनुसार, नशीली दवाओं का धंधा पूरी तरह से पैर पसार चुका है। नेटवर्क नेपाल में है और तस्करी भारत से हो रही है। इन दवाओं का धंधा नेपाल तक पहुंच चुका है। नेपाल में नशे की दवाइयों तथा इंजेक्शन की भारी खपत को देखते हुए एक बड़ा रैकेट इसकी तस्करी में जुटा है। नेपाल के पोखरा, नारायण घाट भैरहवा, बुटवल तक प्रतिबंधित दवाइया पहुंच रही हैं।
केस नंबर एक—
13 अगस्त 2023 को नशीली दवा बेचने के मामले में आरोपी गैंगस्टर बरगदवा निवासी दिनेश रौनियार की दो करोड़ 90 लाख मूल्य की संपत्ति कुर्क कर ली गई थी। देवघट्टी व बरगदवा गांव में स्थित 0.93 हेक्टेयर खेत में सीमांकन कर लाल झंडी लगाकर कुर्क कर दिया गया था। संचालक पर छह माह पहले दुकान से नशीली दवा बरामद होने पर एनडीपीएस के तहत कार्रवाई हुई थी।
केस नंबर दो–
छह फरवरी 2021 में तत्कालीन एसडीएम नौतनवा प्रमोद कुमार ने सोनौली कोतवाली के सुकरौली गांव के एक मकान में छापा मारा था। इस कार्रवाई में नेपाल ले जाने के लिए प्रतिबंधित नशीली दवाएं बरामद हुई थीं। टीम ने इरफान खान, आमिर खान दोनों भाइयों को गिरफ्तार किया था। उसके बाद भी दोनों भाई ड्रग्स के धंधे में संलिप्त रहे। छह अगस्त 2023 को दोनों भाइयों की करीब दो करोड़ की संपत्ति को कुर्की कर दी गई।
केस नंबर तीन–
नेपाल बॉर्डर पर बसे गांव जमुई कला में 3 अगस्त 2021 को पकड़ी गई 686 करोड़ की नशीली दवाओं और उनकी इंटरनेशनल तस्करी के मामले में कार्रवाई हुई थी। मुख्य सरगना गोविंद गुप्ता को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। वह जमानत पर इन दिनों जेल से बाहर है। प्रतिबंधित नशीली दवाएं, इंजेक्शन, सीरफ, टैबलेट अच्छे दामों पर बिकने वाली दवाओं और इंजेक्शन के रैपर को बदलकर नया और अधिक दाम का रैपर लगाकर अपने घर व गोदाम से बेचता था। गोविंद नशीली दवाओं व इंजेक्शन की आपूर्ति आमजन और पड़ोसी देश नेपाल में करता था।
नेपाल में नशीली दवा और मादक पदार्थों की तस्करी सेक्स पावर बढ़ाने में प्रयोग किया जा रहा है । नेपाल के पहाड़ों पर सेक्सी दवा का भारी संख्या में प्रयोग हो रहे हैं । और नशे के कारोबारी मालामाल हो रहे हैं । एक अनूमआन के अनुसार सोनौली बार्डर से प्रतिदिन दो करोड़ के नशीले प्रदार्थ नशीली दवा का करोबार हो रहे हैं ।